शहडोल: डॉ. यादव के मुख्यमंत्री बनते ही प्रोफेसर भतीजी के खंडहर आवास में मरम्मत कार्य सुर्खियों में
लाखों रुपए खर्च कर खंडहर को बनाया जा रहा बंगला
अनूपपुर, 23 दिसंबर (हि.स.)। मध्यप्रदेश के शहडोल जिले के पंडित शंभूनाथ शुक्ल विश्वविद्यालय में पदस्थ सहायक प्रोफेसर प्रज्ञा यादव के खंडहर आवास में शुरू हुआ मरम्मत कार्य सुर्खियों में है। कारण इस खंडहर आवास में जिसे रहना है, उनके फूफा मध्यप्रदेश के मुखिया है। हालांकि, प्रोफेसर प्रज्ञा यादव को यह आवास इसी वर्ष अगस्त में आवंटित हुआ था। आवंटन के बाद जर्जर पड़े इस आवास की विश्वविद्यालय प्रशासन को सुध नहीं थी।
आवास की हालत इतनी जर्जर थी कि प्रोफेसर प्रज्ञा इसमें रहने की हिम्मत नहीं जुटा सकीं और शहडोल के गंज मोहल्ला में किरायें का अवास लेकर रहने लगी। जैसे ही मध्यप्रदेश सरकार की कमान डॉक्टर मोहन यादव के हाथ आई विश्वविद्यालय प्रशासन को इस बंगले की चिंता सताने लगी। उच्च शिक्षा विभाग ने इस आवास को चमकाने के आदेश दे दिए। जल्दी इतनी दिखाई गई कि सुधार कार्य शुरू करने के पहले इस्टीमेट बनाने तक का इंतजार नहीं किया गया। आनन-फानन में इसकी मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया गया। हाउसिंग बोर्ड के सहायक यंत्री कहना है कि उन्हें अपने विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से इसकी मरम्मत करने के आदेश मिले हुए हैं।
इसकी मरम्मत में कितना खर्च आएगा, उसका इस्टीमेट बनाने की प्रक्रिया चल रही है। हालांकि, इस बीच उन्होंने यह भी बताया कि आज ही उन्हें यह काम बंद करने के भी आदेश मौखिक रूप से आ चुका हैं। पंडित शंभूनाथ शुक्ल विश्वविद्यालय परिसर में तकरीबन 20 से ज्यादा आवास बने हुए हैं। करीब 40 वर्ष पहले बने ज्यादातर इन बंगलों की हालत जर्जर हो चुकी है। मगर, इसके बावजूद भी अधिकांश बंगलों में प्रोफेसर्स और उनके परिवार के लोग रह रहे हैं। हालांकि, रहने के लिहाज से खतरनाक हो चुके इन भवनों की मरम्मत की सुध विश्वविद्यालय प्रशासन को नहीं है। लिहाजा, सीएम बनते ही प्रोफेसर की भतीजी के भवन की मरम्मत शुरू होने पर लोग प्रश्न चिंह जरूर खड़े कर रहे हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/ राजेश शुक्ला/नेहा
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