अनूपपुर: ओरियंट पेपर मिल प्रबंधन की मनमानी, सोन नदी में छोड़ रहा मिल का गंदा पानी
अनूपपुर, 9 फ़रवरी (हि.स.)। अनूपपुर एवं शहडोल जिले की सीमा में स्थित ओरिएंट पेपर मिल कास्टिंग सोडा यूनिट का गंदा पानी सोन नदी में छोड़ने का मामला की शिकायत के लगभग 7 माह बाद मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के वैज्ञानिक प्रेम कुमार श्रीवास्तव पहुंचे। एमपीपीसीबी के वैज्ञानिकों ने कंपनी को गंदा पानी नहीं छोड़ने का निर्देश दिया था, लेकिन उसके बाद भी कंपनी गंदा पानी सोन नदी में छोड़ रही है। नगर परिषद बरगवां अमलाई की अध्यक्ष ने एक बार फिर इसकी शिकायत भोपाल में की है और गंदा पानी सोन नदी में मिलने से बंद करने की मांग की हैं।
नगर परिषद बरगवां अमलाई की अध्यक्ष ने मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से 7 माह पूर्व ओरिएंट पेपर मिल कास्टिंग सोडा यूनिट का गंदा पानी सोन नदी में छोड़ने का मामला की शिकायत की थी। शिकायत के जांच के लिए मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के वैज्ञानिक प्रेम कुमार श्रीवास्तव पहुंचे। एमपीपीसीबी के वैज्ञानिकों ने कंपनी को गंदा पानी नहीं छोड़ने का निर्देश दिया था, लेकिन उसके बाद भी कंपनी गंदा पानी सोन नदी में छोड़ रही है। जिसके बाद नगर परिषद बरगवां अमलाई की अध्यक्ष गीता गुप्ता ने एक बार फिर इसकी शिकायत भोपाल में की है और गंदा पानी सोन नदी में मिलने से बंद करने की मांग की हैं। उन्होंने अपनी शिकायत में बताया था कि कंपनी गंदा पानी सोन नदी में छोड़ता है। गंदा पानी जन जीवन व पर्यावरण को प्रभावित करता है।
बरगवां निवासी राजू बैग ने बताया कि हम मछली पकड़ने के लिए तालाब गए थे। वहां पहुंचने पर अधिकांश मछली तड़प रही थी और कुछ की मौत हो चुकी थी। इसकी वजह ओरिएंट पेपर मिल कास्टिंग सोडा यूनिट की ओर से सोन नदी में गंदा पानी छोड़ना है। गंदा पानी सोन नदी में मिलता है, तो यह नुकसान दायक होती हैं। निरीक्षण के लिए पहुंचे वैज्ञानिक ने ओरिएंट पेपर मिल को गंदा पानी सोन नदी में नहीं छोड़ने का निर्देश दिया था, लेकिन उसके बाद भी कंपनी गंदा पानी सोन नदी में छोड़ रही है।
हिन्दुस्थान समाचार/ राजेश शुक्ला
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