कोदो कुटकी उत्पादक किसानों का मार्गदर्शन करें कृषि विभाग के अधिकारी, जिले में नाशपाती की खेती का रकबा बढ़ाएं: संभागायुक्त

कोदो कुटकी उत्पादक किसानों का मार्गदर्शन करें कृषि विभाग के अधिकारी, जिले में नाशपाती की खेती का रकबा बढ़ाएं: संभागायुक्त
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कोदो कुटकी उत्पादक किसानों का मार्गदर्शन करें कृषि विभाग के अधिकारी, जिले में नाशपाती की खेती का रकबा बढ़ाएं: संभागायुक्त


अनूपपुर, 29 मई (हि.स.)। किसानों का सर्वांगीण विकास हम सभी का दायित्व है। कृषि विभाग, उद्यानिकी विभाग, पशुपालन विभाग और मत्स्यपालन विभाग के अधिकारी कर्मचारी किसानों के सर्वांगीण विकास में किसानों का सहयोग करें। आप सभी मिलकर टीम वर्क के साथ काम करेंगे तो शहडोल संभाग के किसानों का सर्वांगीण विकास होगा। कृषकों के विकास से जुड़े कृषि विभाग एवं इसके सहयोगी विभागों के सभी अधिकारी एवं कर्मचारी गांवों में जाकर किसानों से जीवन्त सम्पर्क स्थापित करें। किसानों को आधुनिक कृषि तकनीक, पशुपालन, उद्यानिकी की फसलों की खेती, मत्स्यपालन, बकरीपालन, मुर्गीपालन जैसी अतिरिक्त आय अर्जित करने वाली गतिविधियों से जोड़ें और किसानों का मार्गदर्शन भी करें।

यह बात बुधवार को अनूपपुर में आयोजित एक दिवसीय कृषि, पशुपालन, उद्यानिकी एवं मत्स्यपालन विभाग के मैदानी अधिकारियों, कर्मचारियों के संयुक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शहडोल संभागायुक्त बीएस जामोद ने कही। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में तालाबों का निर्माण किया गया है। कोई तालाबों में मत्स्यपालन की गतिविधियां नही की जा रही है यह अत्यंत ही खेदजनक है। संभाग के सभी तालाबों में मत्स्यपालन का कार्य होना चाहिए। मत्स्यपालक किसानों को सहजता से मत्स्य बीज उपलब्ध होना चाहिए। सभी अधिकारी यह सुनिश्चित करें। कोदो कुटकी की खेती की जाती है, कोदो कुटकी उत्पादक किसानों को निरंतर प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा कि कृषि विभाग, उद्यानिकी विभाग, मत्स्यपालन विभाग और पशुपालन विभाग के अधिकारी कर्मचारी संयुक्त रूप से एक वाट्सअप ग्रुप तैयार करें इस वाट्सअप गु्रप में कमिश्नर, कलेक्टर एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत को भी शामिल करें और इस वाट्सअप ग्रुप में कृषि, पशुपालन, उद्यानिकी मत्स्यपालन की होने वाली गतिविधियों को शेयर करें। कमिश्नर ने कहा है कि वाट्सअप ग्रुप बनाने की कार्यवाही शहडोल संभाग के सभी जिलों में होनी चाहिए।

कलेक्टर आशीष वशिष्ट ने कहा कि संभागायुक्त द्वारा कृषि और किसानों से जुड़े विभागों के अधिकारियेां के लिए प्रशिक्षण शिविर आयोजित कराना अच्छी पहल है। इससे कृषि विभाग, पशुपालन विभाग, मत्स्यपालन विभाग एवं उद्यानिकी विभाग के अधिकारियेां के बीच समन्वय स्थापित होगा। उन्होंने कहा कि अनूपपुर जिले में कृषि क्षेत्र में कार्य करने की अपार संभावनाएं हैं किन्तु रबी सीजन में अधीकांश खेत खाली पड़े हैं। कृषि विभाग के अधिकारियेां और कर्मचारियेां द्वारा प्रयास ही नहीं किए गए है। कृषि विभाग और इससे जुड़े अन्य विभागों के अधिकारी गावों में नहीं जा रहे हैं इनका किसानों से सम्पर्क नहीं है। मानीटरिंग बहुत खराब है और आपस में समन्वय भी नहीं है। जिले में कृषि विभाग उद्यानिकी विभाग, मत्स्य विभाग एवं पशुपालन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की जवाबदेही तय करने के लिए अब इनका वेतन आहरण मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत के अनुमोदन के उपरांत ही किया जायेगा। कलेक्टर ने कहा कि अधिकारी, कर्मचारी गावों में जाएं किसानों का मार्गदर्शन करें, तभी आपके वेतन का आहरण किया जाएगा।

कार्यशाला को मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अनूपपुर तन्मय वशिष्ट शर्मा ने भी संबोधित किया। कार्यशाला में संयुक्त संचालक कृषि शहडोल संभाग जेएस पेन्द्राम, संयुक्त संचालक पशु चिकित्सा विभाग, कृषि विभाग, उद्यानिकी विभाग, मत्स्यपालन विभाग, सहकारिता विभाग, पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/ राजेश शुक्ला/मुकेश

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