झाबुआ; लम्पी वायरस से 4 गौवंश की मौत, वैक्सिन की कमी से गौवंश पर मंडरा रहा खतरा

झाबुआ; लम्पी वायरस से 4 गौवंश की मौत, वैक्सिन की कमी से गौवंश पर मंडरा रहा खतरा


झाबुआ, 22 सितंबर (हि.स.)। जिले में लम्पी वायरस तेजी से अपने पैर पसार रहा है। इस वायरस के अटैक से अब तक जिले में 4 गौवंश की मौत हो गई है, किन्तु वायरस निरोधी टीके की पर्याप्त मात्रा उपलब्ध न होने के कारण जिले के गौवंश पर मौत का खतरा मंडरा रहा है। जिले में कुल 4 लाख गौवंश है, किन्तु अभी तक केवल 11 हजार गौवंश को ही टीके लगाए जा सके हैं और बड़ी संख्या में गौवंश को वैक्सिन का डोज दिया जाना अभी शेष है। जिले के पशु पालकों में जागरूकता का अभाव है, ऐसे में वायरस के बड़े स्तर पर प्रसार की सम्भावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।

जिले में लम्पी वायरस के अटैक और रोकथाम के उपायों के संबंध में जानकारी चाहे जाने पर डिप्टी डायरेक्टर पशु चिकित्सा विभाग झाबुआ, डॉ. वेल्सन डावर ने हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि लम्पी वायरस के अटैक से जिले के 171 गांवों में अब तक 556 गौवंश प्रभावित हुआ है तथा इन प्रभावितों में अब तक 259 गौवंश चिकित्सा के बाद स्वस्थ हो गया है, शेष चिकित्सा में है, जबकि 4 गौवंश की मौत हो गई है। वायरस निरोधी टीके (वैक्सिनेशन) की उपलब्धता के संबंध में डिप्टी डायरेक्टर ने बताया कि पशु कल्याण समिति से खरीद कर अब तक 11000 टीके लगाए जा चुके हैं और जैसे जैसे डोज आते जा रहे हैं प्राथमिकता के आधार पर वैक्सिनेशन किया जा रहा है। डॉ. डावर ने बताया कि विभाग द्वारा भारत सरकार और प्रदेश सरकार को डिमांड भेजी गई है, किन्तु चूंकि केवल दो ही कंपनियां वैक्सिन का निर्माण करती है , और थोड़ा थोड़ा सब जिलों को दिया जा रहा है, इसलिए जिले को आवश्यकतानुसार आपूर्ति नहीं हो पा रही है। फिर भी जैसे जैसे वायल प्राप्त होते जा रहे हैं, वैक्सिनेशन किया जा रहा है।

जिले में फ़ैल रहे वायरस के प्रकोप को रोकने हेतु एक और जहां तेजी से वैक्सिनेशन किया जाना आवश्यक है, वहीं जिले में व्यापक स्तर पर जागरूकता अभियान चलाए जाने की भी जरूरत है, ताकि पशुपालक संक्रमण से प्रभावित गौवंश का तुरंत इलाज कराएं, और अन्य गौवंश को संक्रमण से बचाए हुए रख सके।

हिन्दुस्थान समाचार/ डॉ. उमेशचन्द्र शर्मा

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