मुरैनाः चम्बल में फिर छोड़े गए 25 नर-मादा घडिय़ाल
मुरैना, 24 दिसंबर (हि.स.)। विलुप्त प्राय: जलीय जीव भारतीय घडिय़ाल के संरक्षण व संवर्धन के लिए रविवार को चम्बल नदी में 25 नर-मादा घडिय़ाल विचरण के लिये मुक्त किये गये हैं। चम्बल नदी के प्रदूषण मुक्त वातावरण में यह जलीय जीव धीमी गति से वृद्धि कर रहे हैं। चम्बल नदी के विभिन्न तटों से वर्ष 2021 में लाये गये 200 अण्डों में से निकले शावकों का संरक्षण देवरी घडिय़ाल केन्द्र पर किया गया। स्वतंत्र विचरण के लिये नदी में 12 नर व 13 मादा बाबूसिंह की घेर-घाट पर मुक्त किये गये हैं।
जिला वन मण्डल अधिकारी स्वरूप दीक्षित द्वारा इन घडिय़ालों को नदी में छोड़ा गया। यह घडिय़ाल अपने प्राकृतिक आवास में विचरण करेंगे। जलीय जीव घडिय़ाल के संरक्षण व संवद्र्धन के लिये वर्ष 1980 में चम्बल नदी के 435 किलोमीटर क्षेत्र को राष्ट्रीय चम्बल घडिय़ाल अभ्यारण्य घोषित किया था। तात्कालीन समय चम्बल नदी में सर्वे के दौरान पाई गई 46 घडिय़ालों की संख्या बढक़र 2108 हो गई है।
हिन्दुस्थान समाचार / उपेन्द्र /उमेद
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