सतनाः चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय का 11वां दीक्षांत समारोह सम्पन्न
- 68 शोधकर्ताओं को पीएचडी उपाधि, 832 छात्र-छात्राओं को दी गई डिग्री
- 40 टॉपर छात्र-छात्राओं को मिले मैडल
सतना, 29 फरवरी (हि.स.)। महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय का 11वां दीक्षांत समारोह गुरुवार को विवेकानंद सभागार में पूरी गरिमा और अनुशासित तरीके से संपन्न हुआ। 68 शोध कर्ताओं को पीएचडी उपाधि और 832 स्नातक परास्नातक छात्र-छात्राओं को डिग्रीप्रदान की गई। 40 टॉपर छात्र-छात्राओं को मैडल प्रदान किए गए। कृषि स्नातक छात्रा श्रेया तिवारी को नाना देशमुख स्मृति मैडल प्रदान किया।
आनंदम धाम पीठ वृन्दावन के पीठाधीश्वर रितेश्वर महाराज कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे। कुशा भाऊ ठाकरे पत्रकारिता और जनसंचार विश्वविद्यालय रायपुर छत्तीसगढ़ के कुलपति प्रो बलदेव भाई शर्मा विशिष्ट अतिथि रहे। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति विश्व विद्यालय अमरकंटक के कुलपति प्रो प्रकाश मणि त्रिपाठी दीक्षांत उद्वोधन दिया। ग्रामोदय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो भरत मिश्रा ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। कुलसचिव नीरजा नामदेव ने प्रगति प्रतिवेदन और स्वागत भाषण प्रस्तुत किया। सत्र संचालन उप कुलसचिव अकादमी डॉ कुसुम कुमारी सिंह ने किया।
दीक्षांत समारोह आयोजन का प्रारंभ विद्वत शोभा यात्रा से हुआ। शोभा यात्रा के मंच आगमन पर राष्ट्र गान, अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन, कुलगीत प्रस्तुत किया गया। कुलपति प्रो भरत मिश्रा ने मुख्य अतिथि रितेश्वर महाराज वृन्दावन का सम्मान किया। कुलसचिव नीरजा नामदेव ने अन्य अतिथियों का सम्मान किया। अपने स्वागत भाषण में उन्होंने ग्रामोदय विश्वविद्यालय की विकास यात्रा के रूप में प्रगति प्रतिवेदन वाचन किया। कुलपति प्रो भरत मिश्रा ने उपाधि प्राप्त कर्ताओं को दीक्षांत शपथ दिलाई और उनके मंगलमय जीवन की कामना की।
इस अवसर पर संकाय अधिष्ठाता गणों ने उपाधि प्राप्त करने वालों का खाका प्रस्तुत करते हुए कहा कि इन विद्यार्थी गणों ने उपाधि प्राप्त करने के लिए आवश्यक योग्यता अर्जित कर ली है। तत्पश्चात अतिथियों ने विभिन्न पाठ्यक्रमों के 16 टॉपर छात्रों और 24 छात्राओं को गोल्ड मैडल प्रदान किए। नाना देशमुख स्मृति मैडल कर्नाटक माता द्वारा प्रायोजित किया गया है। विभिन्न क्षेत्रों में किए जा रहे शोध कर्ता 68 छात्र छात्राओं को पीएचडी की उपाधि अतिथियों ने प्रदान किया। इस हेतु कृषि संकाय के अधिष्ठाता प्रो देव प्रभाकर राय ने 12 शोध कर्ताओं को पीएचडी और 171 विद्यार्थियों को यूजी पीजी की डिग्री, कला संकाय के अधिष्ठाता प्रो नंदलाल मिश्रा ने 32 शोध कर्ताओं को पीएचडी और 258 को यूजी पीजी डिग्री, अभियांत्रिकी संकाय के अधिष्ठाता डॉ आञ्जनेय पांडेय ने 4 को पीएचडी और 48 को यूजी डिग्री, प्रबंधन संकाय के अधिष्ठाता प्रो अमर जीत सिंह ने 9 को पीएचडी और 97 को यूजी पीजी डिग्री, विज्ञान संकाय के अधिष्ठाता प्रो आईपी त्रिपाठी ने 11 को पीएचडी और 190 को यूजी पीजी डिग्री तथा निदेशक दूरवर्ती डॉ कमलेश थापक ने यूजी पीजी का विवरण प्रस्तुत किया।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश
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