पिछड़े होने की मानसिकता से बाहर निकलने की है जरूरत : न्यायमूर्ति पाठक
-लिंग आधारित हिंसा के विरुद्ध राष्ट्रीय अभियान कार्यक्रम का आयोजन
खूंटी, 7 जनवरी (हि.स.)। जिले के कन्या मध्य विद्यालय सभागार में रविवार को लिंग आधारित हिंसा के विरुद्ध राष्ट्रीय अभियान कार्यक्रम खूंटी में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि झारखंड हाई कोर्ट के न्यायाधीश डॉ एसएन पाठक ने महिलाओं के बीच परिसंपत्तियों का वितरण किया और हिंसा के खिलाफ हमेशा आवाज बुलंद करने की सामूहिक शपथ ली। इस दौरान उन्होंने महिलाओं को जागरूक दृष्टिकोण अपनाने की बात कही।
डॉ एसएन पाठक ने उपस्थित दीदियों को संबोधित करते हुए कहा कि पिछड़े होने की मानसिकता से आज बाहर निकलने की जरूरत है। हमारा संविधान हमारे लिए है, न्याय प्रणाली यहां के लोगों के लिए है। उन्होंने कहा कि खूंटी में बदलाव सिर्फ आधारभूत संरचनाओं को खड़ा करने से नहीं हो सकता, बल्कि अंतिम पायदान पर खड़े लोगों विशेषकर महिलाओं को राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ दिलाकर और उसमें न्याय प्रणाली की भूमिका सुनिश्चित करने से होगा।
महिलाओं को संबल प्रदान करने के लिए खूंटी में पिछले एक दशक में हुए परिवर्तन की चर्चा करते हुए जस्टिस एसएन पाठक ने कहा कि अपने दौरे के क्रम में उनका मुख्य जोर स्थानीय कोर्ट और उसके पदाधिकारियों के साथ ही जिला प्रशासन से मिलकर महिलाओं के उत्थान से जुड़े कार्यक्रमों के आयोजन पर रहा है, ताकि महिलाओं को आसानी से अन्य जिलों व राज्य से जोड़ा सके। इस दिशा में हुई सकारात्मक पहल से कई बदलाव भी हुए हैं लेकिन अभी भी अक्सर होने वाली महिला उत्पीड़न से संबंधित घटनाओं को देखते हुए सजग और संवेदनशील होने की जरूरत है, ताकि समाज में एक सकारात्मक वातावरण का निर्माण हो सके। खूंटी व्यवहार न्यायालय के प्रधान जिला एवम सत्र न्यायाधीश सत्य प्रकाश ने कहा कि महिलाएं ही अपनी प्राथमिक जिम्मेदारी समझती हैं, परिवार चलाती हैं घर संभालती हैं और समाज के निर्माण में अपनी भूमिका निभाती हैं, महिलाएं ही घर की निर्माता हैं।
खूंटी के उपायुक्त लोकेश मिश्रा ने कहा कि खूंटी जिले के लिए यह कार्यक्रम विशेष महत्व रखता है, चूंकि आज भी कुछ क्षेत्रों में डायन बिसाही के मामले, घरेलू हिंसा और मानव तस्करी के मामले आते रहते हैं। ऐसे में हमें जरूरत है आगे आकर इन कुरीतियों के विरुद्ध आवाज उठाने की। अपने अधिकारों के प्रति सचेत होकर हमें लोगों को जोड़ते हुए प्रयास करना है। महिलाओं को भी अपने अधिकारों को समझकर जागरूक बनना है। सभी सामूहिक प्रयासों के प्रतिफल से उचित परिणाम मिलेंगे।
कार्यक्रम में प्रशिक्षण लेकर रोजगार के लिए बलंकेल रानिया की सुनीता कुमारी को नियुक्ति पत्र, सैनिटरी पैड निर्माण के लिेतु रानिया ब्स्थ् को 1047692 लाख का चेक, गरिमा केंद्र का गठन के लिए खूंटी को पांच लाख का चेक, रोशनी समूह अनिगाडा के छह लाख का बैंक लिंकेज का चेक भी प्रदान किया गया।
हिन्दुस्थान समाचार/ अनिल
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