परिवार की रीढ़ होते हैं पिता: सकलदीप

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परिवार की रीढ़ होते हैं पिता: सकलदीप


परिवार की रीढ़ होते हैं पिता: सकलदीप


खूंटी, 16 जून (हि.स.)। श्योर सक्सेस कोचिंग सेंटर, मुरहू में रविवार को फादर्स डे धूमधाम से केक काटकर मनाया गया। इस अवसर पर छात्र-छात्राओं ने पेंटिंग, कविता, निबंध एवं ग्रीटिंग्स के माध्यम से पिता के महत्व को बताया। संस्थान के निदेशक सकलदीप भगत ने पिता के तौर पर निजी अनुभव से पिता के त्याग और उनकी परेशानियों से अवगत कराया।

निदेशक ने कहा कि पिता के संघर्ष और प्यार ने हमें जीवन में सफलता की ओर आगे बढ़ाया है। वे हमें न सिर्फ शिक्षा, नैतिक मूल्यों और संस्कृति की महत्ता समझाते हैं, बल्कि हमें अपने सपनों की पूर्ति के लिए प्रेरित भी करते हैं। पिता परिवार की रीढ़ होते हैं। पिता कभी अपनी तकलीफ नहीं बताता, बल्कि परिवार के लोगों की हर जरूरत को पूरा करने का प्रयास करता है। भगत ने कहा कि अपने माता-पिता का सम्मान और उनका खयाल रखना हमारा नैतिक कर्तव्य है। कार्यक्रम में लकी, गोल्डेन, अंकिता, संतोष एवं शिबन ने बेहतर ग्रीटिंग बनाकर पिता का महत्व बताया।

हिन्दुस्थान समाचार/ अनिल/चंद्र प्रकाश

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