ऊर्जा संरक्षण को लेकर कृषि विज्ञान केंद्र तोरपा में जागरूकता कार्यक्रम
-खेती में सौर ऊर्जा का उपयोग सबसे बेहतर: डॉ दीपक
खूंटी, 12 जून (हि.स.)। विद्युत मंत्रालय, भारत सरकार एवं झारखंड नवीकरणीय ऊर्जा विकास एजेंसी द्वारा कृषि विज्ञान केंद्र तोरपा में बुधवार को कृषि क्षेत्र में ऊर्जा संरक्षण विषय पर एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केंद्र के अध्यक्ष सह वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ दीपक राय ने कहा कि भारत ने पिछले कुछ वर्षों में सौर ऊर्जा के क्षेत्र में बेहतर प्रयास किये हैं और उन्ही प्रयासों के तहत कृषि में सौर पंपों का उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमें ऊर्जा बचत पर ध्यान देते हुए खेती ही नहीं, बल्कि घरेलू उपयोग में भी ऊर्जा बचत पर काम करना होगा।
उन्होंने कहा कि अधिकांश कृषि मशीनें जीवाश्म ईंधन द्वारा संचालित होती हैं, जो ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में योगदान करती हैं। इसके कारण जलवायु परिवर्तन तेजी से होता है। सौर, पवन, बायोमास, ज्वारीय, भू-तापीय, छोटे पैमाने पर जलविद्युत, जैव ईंधन और तरंग-जनित शक्ति जैसे नवीकरणीय संसाधनों को बढ़ावा देकर इस तरह की पर्यावरणीय क्षति को कम किया जा सकता है। प्रमुख रोहित सुरीन ने कहा कि पर्यावरण के संरक्षण तथा जलवायु परिवर्तन के प्रति लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है।
उन्होंने सौर ऊर्जा के प्रयोग को बढ़ावा देने की बात कही। जरेडा रांची के वरिष्ठ कंसल्टेंट प्रभाकर झा ने किसानों को लइव वीडियो दिखाकर इसके विषय मे बताया और ऊर्जा बचत के लिए किसानों से नई तकनीक अपनाकर खेती करने की बात कही। उन्होंने इस अवसर पर पीएम कुसुम योजना, गोबर्धन योजना आदि की विस्तृत जानकारी भी दी।
हिन्दुस्थान समाचार/ अनिल
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।