खूंटी में चार गांवों के लोगों ने श्रमदान कर ध्वस्त पुल के पास बनायी सड़क
खूंटी, 29 नवंबर (हि.स.)। डोड़मा-सिसई रोड पर लगभग डेढ़ वर्ष पूर्व ध्वस्त हुए जर्जर पुल के पुनर्निर्माण की मांग करने के बाद भी जब सरकार और प्रशासनिक अधिकारियों ने ग्रामीणों की बातें नहीं सुनी, तो चार गांवों के लोगों ने खुद ही सूखी छाता नदी में श्रमदान कर कच्ची सड़क के निर्माण का संकल्प लिया। चार गांवों कुदरी, अंबा टोली, गुटूटोली और बाला गांव के सैकड़ों लोगों ने बुधवार को सुबह से शाम तक श्रमदान कर सड़क का निर्माण कर दिया।
इस संबंध में तोरपा प्रखंड के प्रमुख संतोष कुमार कर ने कहा कि छाता नदी के जर्जर पुल के टूटने के बाद दो बरसात बीत गये, लेकिन सड़क का निर्माण नहीं हो सका। इसके कारण इस सड़क पर वाहनों को आवागमन पूरी तरह ठप है। यात्री बसांे से लेकर दो पहिया वाहनों को भी कर्रा या तोरपा होकर जिला मुख्यालय जाना पड़ता था। इसके कारण सैकड़ों गांव के लोगों खासकर विद्यार्थियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अब नदी में कच्ची सड़क बन जाने से वाहनों के आवागमन में सहूलियत होगी।
सड़क निर्माण में योगदान देने वालों में कुदरी के ग्रामसभा के अध्यक्ष लाकेश धान, उपाध्यक्ष मोहन महतो, विकास महतो, रिझू महतो, जॉर्ज होरो, क्लेमेंट होरों, जोहन भेंगरा, सुुनील भेंगरा, गोला तिर्की सहित कई ग्रामीण शामिल थे।
एक सप्ताह में शुरू होगा नये पुल का निर्माण कार्य: कोचे मुंडा
डोड़मा-सिसई रोड पर ध्वस्त हुए पुल के स्थान पर एक सप्ताह के अंदर नये पुल का निर्माण कार्य शुरू हो जायेगा। ये बातें तोरपा के विधायक कोचे मुंडा ने कहा कि लगभग 11 करोड़ रुपये की प्राक्कलित राशि से बनने वाले पुल के निर्माण कार्य को प्रशासनिक स्वीकृति कमल चुकी है और बहुत जल्द काम भी शुरू हो जायेगा।
हिन्दुस्थान समाचार/ अनिल
/चंद्र प्रकाश
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