अपने धर्म की रक्षा के लिए बालक जोरावर सिंह और फतेह सिंह ने दी थी अपनी शहादत : कोचे मुंडा

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अपने धर्म की रक्षा के लिए बालक जोरावर सिंह और फतेह सिंह ने दी थी अपनी शहादत : कोचे मुंडा


-तोरपा नगर भवन में वीर बाल दिवस पर बाल वीरों को दी गई श्रद्धांजलि

खूंटी, 26 दिसंबर (हि.स.)। तोरपा नगर भवन में भाजपा कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को वीर बाल दिवस का आयोजन किया गया। मौके पर अपने धर्म की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुुति देनेवाले बाल वीर जोरावर सिंह और फतेह सिंह के साथ अन्य वीरों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। तोरपा के विधायक कोचे मुंडा और मंडल अध्यक्ष पुरेंद्र मांझी सहित अन्य कार्यकर्ताओं ने बाल वीरों के चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित किये। मौके विधायक कोचे मुुंडा ने कहा कि अंतिम सिख गुरु गोविंद सिंह के चार छोटे बच्चों ने अपने धर्म और आस्था की रक्षा कें लिए अपने प्रगाण न्यौछावर कर दिये थे।

उन्होंने कहा कि यह दिन इस बात को भी जानने के लिए हैै कि कैसे जोरावर सिंह और फतेह सिंह की निर्मम हत्या कर दी गई थी। विधायक ने कहा कि सरसा नदी के तट पर औरंगजेब की सेना ने दोनों साहेबजादों को बंदी बना लिया था और उन्हें इस्लाम धर्म कबूल करने को कहा, लेकिन पांच और आठ साल के इन वीर बालकों ने इस्लाम कबूल करने से इनकार कर दिया। इसके कारण दोनों बच्चों को जिंदा दफन कर दिया गया। कोचे मुंडा ने कहा कि इन बाल वीरों को सम्मान देने के लिए प्रधानमंत्री नरंद्र मोदी ने इसी वर्ष नौ जनवरी को घोषणा की थी कि हर वर्ष 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस मानया जाएगा।

हिन्दुस्थान समाचार/ अनिल

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