तेरा किता मीठा लागे हर नाम पदार्थ नानक मांगे
पलामू, 10 जून (हि.स.)। सिखों के पांचवें गुरु श्री गुरु अर्जन देव जी के शहादत पर्व के अवसर पर डालटनगंज गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा एवं स्त्री सत्संग ने मिलकर सोमवार को एक संयुक्त आयोजन किया। गुरुद्वारा श्री सिंह सभा में प्रातः 6 बजे से ही दीवान सजाया गया, जिसमें गुरू अर्जुन देव जी की रचित बनी सुखमणि साहब का पाठ हुआ। उसके पश्चात गुरु उपमा एवं शब्द गायन हुआ। दोपहर 12 बजे से समाप्ति के पश्चात गुरु का लंगर का वितरण किया गया और शीतल शरबत का प्रसाद बांटा गया।
विदित हो कि सिख महिलाओं स्त्री सत्संग द्वारा एक महीने पूर्व से ही रोज शाम को चार बजे से पांच बजे तक सुखमणि साहब का पाठ किया जाता था और प्रसाद वितरण किया जाता था। आज की विशेष दिन शहर के सद्वीक चौक समेत विभिन्न स्थानों पर मीठा शीतल जल का वितरण हुआ, जिसको पीकर लोगों ने इस गर्मी में राहत महसूस किया और गुरु साहब की कुर्बानी को याद किया।
कार्यक्रम में मुख्य ग्रंथी सुंदर सिंह ने गुरु साहब के इतिहास के बारे में बताया। बीबी राजेंद्र कौर, चनप्रीत सिंह जॉनी, बंटी, प्रीतपाल कौर, हनी कौर एवं स्थानीय कलाकारों ने गुरु साहब का कीर्तन किया।
ज्ञात हो सिखों के पांचवें गुरु अर्जन देव गुरु को उस समय गुरुगद्दी मिली, जब मुगल बादशाह जहांगीर का शासनकाल था। 18 वर्ष की अल्पायु में ही गुरु गद्दी प्राप्त की और अपने वाणी से, प्रेम से, सादगी और सरलता से उनका प्रचार चारों दिशाओं में बहुत जोर शोर से होने लगा। जहांगीर के एक वजीर ने गुरु जी के रूप एवं ख्याति से प्रभावित हो कर अपनी बेटी की शादी उनसे करनी चाहिए पर जब गुरु साहब ने इनकार कर दिया तब उन्होने गुरु साहब के खिलाफ दुष्प्रचार शुरू कर दिया और जहांगीर के कान भरे और कहा कि अगर इसी प्रकार से गुरु अर्जन की ख्याति बढ़ती गई तो आने वाले समय में लोग मुगल बादशाह से ज्यादा गुरु अर्जन को महत्व देंगे।
हिन्दुस्थान समाचार/दिलीप
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