एनएमएल ने सिपेट में कौशल विकास प्रशिक्षण के लिए परियोजना प्रभावित युवाओं को प्रायोजित किया
रांची, 8 जून (हि.स.)। कौशल विकास आत्मनिर्भरता और सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस संबंध में एनटीपीसी माइनिंग लिमिटेड (एनएमएल), रांची ने केंद्रीय पेट्रोरसायन इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संस्थान (सीआईपीईटी) के सहयोग से कौशल विकास के लिए झारखंड, ओडिशा और छत्तीसगढ़ राज्यों में स्थित सभी कोयला खनन परियोजनाओं और इसके आसपास के क्षेत्र से 25 लड़कियों सहित 80 परियोजना प्रभावित युवाओं को प्रायोजित करने के लिए अपने सीएसआर के तहत पहल की है।
प्रशिक्षण के दौरान, सिपेट युवाओं को दो पाठ्यक्रमों में रोजगारोन्मुखी कौशल विकास प्रशिक्षण प्रदान करेगा, अर्थात मशीन ऑपरेटर – प्लास्टिक प्रसंस्करण और मशीन ऑपरेटर – इंजेक्शन मोल्डिंग।
एनटीपीसी कोयला खनन परियोजनाओं के ग्रामीण छात्रों-सह-परियोजना प्रभावित व्यक्तियों (पीएपी) को प्रोत्साहित करने के लिए मुख्य महाप्रबंधक (मानव संसाधन) रजनीश रस्तोगी ने हाल ही में संयुक्त निदेशक और प्रमुख सिपेट के प्रवीण बछव की उपस्थिति में सिपेट में 6 महीने की अवधि के लिए प्लास्टिक प्रौद्योगिकी पाठ्यक्रमों पर कौशल विकास प्रशिक्षण के लिए नामांकित छात्रों के साथ बातचीत की।
बातचीत के दौरान रस्तोगी ने सिपेट में प्रदान की गई शिक्षा और सुविधाओं पर अनुभव के बारे में छात्रों से प्रतिक्रिया ली। छात्रों को संबोधित करते हुए रस्तोगी ने साझा किया कि सिपेट प्लास्टिक इंजीनियरिंग के क्षेत्र में एक प्रतिष्ठित संस्थान है, जो कौशल सीखने और विकसित करने का बेहतर अवसर प्रदान करेगा और रोजगार की सुविधा प्रदान करेगा। वर्तमान में मशीन ऑपरेटर का पहला बैच – प्लास्टिक प्रसंस्करण पाठ्यक्रम 20 मार्च, 2024 को शुरू हो गया है, जिसमें एनटीपीसी कोयला खनन परियोजनाओं यानी पकरी बरवाडीह, चट्टी बरियाट्टू, केरेंडरी, बादाम, बनारडीह, दुलंगा और तलाईपल्ली कोयला परियोजनाओं के 40 छात्र भाग ले रहे हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/वंदना/दधिबल
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