कलश स्थापना के साथ शारदीय नवरात्र शुरू, रजरप्पा में विशेष अनुष्ठान

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कलश स्थापना के साथ शारदीय नवरात्र शुरू, रजरप्पा में विशेष अनुष्ठान


कलश स्थापना के साथ शारदीय नवरात्र शुरू, रजरप्पा में विशेष अनुष्ठान


कलश स्थापना के साथ शारदीय नवरात्र शुरू, रजरप्पा में विशेष अनुष्ठान


मां छिन्नमस्तिका के दरबार में पूजा करने पहुंचे रामगढ़ एसपी अजय कुमार

रामगढ़, 3 अक्टूबर (हि.स.)। कलश स्थापना के साथ ही शारदीय नवरात्र की शुरुआत हो गई है। झारखंड के प्रसिद्ध रजरप्पा मां छिन्नमस्तिका दरबार में नवरात्र को लेकर विशेष पूजन का अनुष्ठान किया गया है गुरुवार को मां दुर्गा के नौ रूपों में से एक मां शैलपुत्री की पूजा हुई है मंदिर के पुजारी लोकेश पांडा ने बताया कि श्रद्धालुओं के लिए रजरप्पा मंदिर में विशेष व्यवस्था की गई है मां दुर्गा के पाठ के अलावा हवन और विशेष पूजन की भी व्यवस्था है इसके साथ ही सिद्ध पीठ मां छिन्नमस्तिका की दर्शन करने के लिए श्रद्धालु ऑन के बीच भोग का भी वितरण किया जा रहा है उन्होंने बताया कि सुबह 4:00 से ही मां के कपाट खोल दिए जाते हैं और दोपहर 12:00 तक श्रद्धालुओं को दर्शन होता है। संध्या आरती मैं शामिल होने वाले भक्तों के लिए भी विशेष व्यवस्था की गई है।

कोलकाता के कारीगरों ने सजाया मंदिर प्रांगण

मां छिन्नमस्तिका दरबार को कोलकाता के कुशल कारीगरों ने बेहद आकर्षक तरीके से सजाया है। पश्चिम बंगाल से लाए गए फूल और सजावट की सामग्री से मां के दरबार की छटा अनूठी हो गई है। मुख्य द्वार से लेकर गर्भगृह तक को बेहद खूबसूरती से सजाया गया है। यहां आने वाले श्रद्धालु मां के तो दर्शन कर ही रहे हैं, साथ ही यहां की तस्वीरें भी निकाल रहे हैं।

असीम अनुकंपा लेकर आती है मां दुर्गा : एसपी

नवरात्रि के प्रथम दिन एसपी अजय कुमार भी मां छिन्नमस्तिका दरबार में पूजा करने पहुंचे। इस दौरान उन्हें जिला वासियों को नवरात्र की शुभकामनाएं दी और कहा कि नौ दिनों तक चलने वाला यह महत्वपूर्ण पूजा है। प्रेम, श्रद्धा और असीम अनुकंपा लेकर मां दुर्गा हमारे बीच आती हैं। उन्होंने कहा कि नवरात्र में रजरप्पा मंदिर में श्रद्धालुओं के भीड़ काफी बढ़ जाती है। इसलिए यहां सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। प्रवेश और निकास द्वारा के अलावा गर्भगृह , पार्किंग और मुख्य रास्ते पर भी पुलिस बल को तैनात किया गया है। उचक्के श्रद्धालुओं को लूटने के फिराक में रहते हैं। इसलिए सिविल ड्रेस में भी पुलिस पदाधिकारी को मुस्तैद किया गया है। उन्होंने कहा कि नौ दिनों की पूजा के बाद रावण दहन होता है। लेकिन हमें इस बार अपने अंदर के रावण का दहन करना है। समाज और देश को आगे बढ़ाना है तो युवाओं को अच्छी सोच के साथ आगे बढ़ाना होगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / अमितेश प्रकाश

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