रिम्स शासी परिषद की बैठक : अंतिम संस्कार के लिए दी जाएगी पांच हजार की सहायता

रांची, 15 अप्रैल (हि.स.)। रिम्स की शासी परिषद की बैठक मंगलवार को रिम्सा सभागार में हुई। शासी परिषद की बैठक में कई निर्णय लिए गए। बैठक में रिम्स की पूरी संरचना का ध्वस्त कर नया रिम्स बनाने का निर्णय लिया गया। नया रिम्स बनाने में लगभग 783 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इसके अलावा सिटी स्कैन और एमआरआई मशीन जल्द लगाने का निर्णय लिया गया। मृतकों के शवों को घर तक पहुंचाने के लिए पांच नए मोक्ष वाहन खरीदने का फैसला किया गया। साथ ही जरूरतमंद मृतक के परिवार को अंतिम संस्कार के लिए पांच हजार रुपए की सहायता दी जाएगी। इसके अलावा ओपीडी का समय बढ़ाकर शाम छह बजे तक कर दिया गया है।
निजी प्रैक्टिस करनेवाले डॉक्टरों पर कार्रवाई
बैठक में लंबित बहालियों को जल्द पूरा करने का फैसला लिया गया। बैठक में 100 नॉन-टेक्नीशियन मैनपावर हायर करने, रिम्स में पार्किंग की समस्या को समाप्त करने और 50 गार्ड स्थायी और 50 गार्ड आउटसोर्सिंग से हायर करने का निर्णय लिया गया। साथ ही मंत्री की अध्यक्षता में हर महीने शासी परिषद की बैठक करने, निजी प्रैक्टिस करते पाए गए डॉक्टरों के वेतन पर रोक लगाते हुए विभागीय कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया।
वहीं बैठक के दौरा रिम्स के निदेशक डॉ राजकुमार और मंत्री इरफान अंसारी में बहस भी हुई। इस दौरान रिम्स निदेशक ने इस्तीफा देने की पेशकश कर दी।
शासी परिषद के सदस्यों ने रिम्स निदेशक पर पद का दुरोपयोग करने का आरोप लगाया। सदस्यों का कहना था कि डॉ राजकुमार कई महत्वपूर्ण फैसले खुद लेते हैं, जबकि इसके लिए शासी परिषद की अनुमति जरूरी है। वहीं मौके पर स्वस्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने कहा कि रिम्स में अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि जो लोग नियमों का पालन नहीं करेंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वहीं मौके पर रिम्स निदेशक राजकुमार और अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह के बीच भी बहस हुई। अजय कुमार सिंह ने भी अनुशासन बनाए रखने की बात कही।
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हिन्दुस्थान समाचार / Vinod Pathak