हेमंत सरकार पेसा के पारित प्रस्ताव को क्यों छुपा रही: आरती कुजूर
रांची, 24 दिसंबर (हि.स.)। भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष आरती कुजूर ने कहा कि पेसा एक्ट आदिवासी समाज का अधिकार है। क्रिसमस गिफ्ट नहीं । क्योंकि क्रिसमस शुरू होने के पहले भी आदिवासी समाज का अस्तित्व था।
कुजूर बुधवार को झामुमो प्रवक्ता के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हेमंत सरकार ने गत मंगलवार को कैबिनेट में पेसा कानून की स्वीकृति दी है तो फिर आखिर 24 घंटे बीत जाने के बाद भी निर्णय को सार्वजनिक क्यों नहीं किया गया है। आखिर निर्णय में कौन सी ऐसी बात है जिसे हेमंत सरकार छुपाना चाहती है।
उन्होंने कहा कि मीडिया में छपवाई गई खबर पर आखिर जनता और आदिवासी समाज कैसे विश्वास करे। सच्चाई तो यही है कि मीडिया के लोगों को भी निर्णय से संबंधित संलेख उपलब्ध नहीं कराए गए हैं।
उन्होंने कहा कि एक सरकार के लिए छह साल का कार्यकाल कम नहीं होता। कबतक कोरोना का रोना रोते रहेंगे।
सच्चाई तो यही है कि न्यायालय के सख्त आदेश और भाजपा के आंदोलन ने हेमंत सरकार को कैबिनेट में प्रस्ताव लाने के लिए बाध्य किया है।
उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज के हित में भाजपा ने कितने ऐतिहासिक फैसले लिए हैं यह जनजाति समाज जानता है। झामुमो ने भले छल और धोखे से राज्य की सत्ता हासिल कर ली है। इसका मतलब यह नहीं कि आदिवासी समाज हेमंत सरकार में मिल रही पीड़ा,प्रताड़ना को भूल जाएगा।
उन्होंने कैबिनेट के निर्णय को सार्वजनिक करने की मांग की।
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हिन्दुस्थान समाचार / विकाश कुमार पांडे

