बच्चियों को शादी के नाम पर बनाया जाता है तस्करी का शिकार : रहाटकर

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बच्चियों को शादी के नाम पर बनाया जाता है तस्करी का शिकार : रहाटकर


रांची, 22 दिसंबर (हि.स.)। बाल कल्याण संघ, झारखंड की ओर से सोमवार को मानव तस्करी, बाल विवाह और महिलाओं के अधिकारों को लेकर जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से सखी संवाद नामक कार्यक्रम का आयोजन सप्तऋषि सेवा संस्थान, तुपुदाना में किया गया।

कार्यक्रम की मुख्य अतिथि राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष विजया किशोर राहटकर ने किया। इस अवसर पर विजया किशोर रहाटकर ने कहा कि ग्रामीण और सुदूरवर्ती क्षेत्रों में विकास की कमी के कारण महिलाएं और बच्चियां तस्करी के अधिक जोखिम में रहती हैं। कई मामलों में कम उम्र की बच्चियों को शादी के नाम पर भी तस्करी का शिकार बनाया जाता है जो बेहद निंदनीय है।

उन्‍होंने कहा कि महिलाओं से अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होने और सामाजिक बुराइयों के खिलाफ एकजुट होकर आवाज उठाने का आहवान किया। उन्‍होने कहा कि कई बार मासूम बच्चों की तस्करी पढ़ाने, नौकरी दिलाने या अच्छे भविष्य का सपना दिखाकर की जाती है। उन्होंने कहा कि यहां की बेटी और बहनों को बेहतर अवसरों का झांसा देकर फंसाया जाता है, जो अत्यंत चिंताजनक है। ऐसे संवेदनशील विषय पर बाल कल्याण संघ का जमीनी स्तर पर किया जा रहा प्रयास सराहनीय है।

वहीं बाल कल्याण संघ के संस्थापक संजय मिश्र ने बताया कि संस्था पिछले 30 वर्षों से बाल संरक्षण, मानव तस्करी रोकथाम और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में कार्य कर रही है।

कार्यक्रम में झारखंड के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों से आई दर्जनों किशोरी और महिलाओं ने भाग लिया। मौके पर मानव तस्करी, बाल विवाह, घरेलू हिंसा, डायन प्रथा, बालिकाओं की शिक्षा और एकल अभिभावक वाली लड़कियों की समस्याओं पर विचार रखा गया। प्रतिभागियों ने बताया कि आज भी कई गांवों में महिलाओं को डायन बताकर प्रताड़ित किया जाता है। अनेक बालिकाएं आठवीं कक्षा के बाद पढ़ाई छोड़ने को विवश हैं।

कार्यक्रम में बडी संख्‍या में दूर दराज से आए महिलाएं सहित अन्‍य माैजूद थे।

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हिन्दुस्थान समाचार / Manoj Kumar

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