मीनू सतसई दोहा संग्रह का लोकार्पण सह सम्मान समारोह का आयोजन
रांची, 27 दिसंबर (हि.स.)।
राजधानी की कवयित्री और लेखिका मीनू मीना सिन्हा की आठवीं पुस्तक मीनू सतसई का लोकार्पण बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन के 44 वें महाधिवेशन में पटना में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम के अध्यक्ष वरिष्ठ कवि बुद्धिनाथ मिश्र थे।
लोकार्पण समारोह में बिहार राज्य उपभोक्ता संरक्षण आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति संजय प्रसाद, बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष डॉ अनिल सुलभ, बिहार विधान परिषद के सदस्य और स्वागत समिति के अध्यक्ष डॉ राजवर्धन आजाद, केंद्रीय हिंदी संस्थान, आगरा के निदेशक सुनील बाबूलाल कुलकर्णी, विश्व हिंदी परिषद, नई दिल्ली के महासचिव आचार्य विपिन कुमार सहित देश के वरिष्ठ सुरक्षा विशेषज्ञ यशोवर्धन आजाद मंच पर उपस्थित थे।
मीनू मीना सिन्हा को महाधिवेशन में डॉ सुलक्ष्मी कुमारी स्मृति सम्मान से भी सम्मानित किया गया।
यह जानकारी बिरसा कृषि विश्वविद्यालय (बीएयू) की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में शनिवार को दी गई।
प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि मीनू सतसई में 725 दोहे संकलित हैं जो साठ शीर्षकों में जीवन के अनुभव का निचोड़ है। सुख-दुख, प्रेम-वियोग, हास्य-व्यंग्य, सामाजिक विद्रुपता, शिक्षा, राष्ट्रीयता, परिवार-समाज, मित्रता, रिश्ते, कृतज्ञता, आत्मसम्मान और आत्मचिंतन की सघन अभिव्यक्ति को समेटे यह पुस्तक एक दोहाकार के रूप में है।
इनकी पूर्व प्रकाशित सात पुस्तकों में पांच काव्य संग्रह, एक कहानी संग्रह और एक यात्रा वृतांत है।
विविध विधाओं में सतत सृजन की ओर अग्रसर मीनू सेवानिवृत्ति के बाद अपने जीवन का उद्देश्य लेखन कर्म को मानती हैं।
मीनू मीना सिन्हा के पति डॉ मनोरंजन प्रसाद सिन्हा बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के पशु चिकित्सा संकाय के अवकाश प्राप्त डीन हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / Vinod Pathak

