एचईसी प्रबंधन के खिलाफ नाराज छह मजदूर यूनियन ने बनाई रणनीति
रांची, 18 दिसंबर (हि.स.)। हेवी इंजीनियर्स कॉरपोरेशन (एचईसी) की गंभीर स्थिति और कर्मचारियों की लंबित समस्याओं को लेकर गुरुवार को धुर्वा में छह श्रमिक यूनियनों की संयुक्त बैठक हुई।
बैठक में एचईसी को वर्तमान संकट से उबारने के उद्देश्य से एचईसी संयुक्त मोर्चा के गठन करने का निर्णय लिया गया। इसके माध्यम से आगे प्रबंधन के खिलाफ आंदोलन की रूप रेखा तय करने पर सहमति बनी।
बैठक में भेल से पदस्थापित निदेशकों की ओर से किए गए वादों के पूरा नहीं होने पर गहरी नाराजगी जताई गई। इस दौरान पिछले वर्ष जनवरी 2024 से कर्मचारियों का वेतन पर्ची अभी तक बिना कारण के लंबित है। वक्ताओं ने कहा कि एचईसी कर्मियों की जरूरी मांगों को भेल के पदास्थापित निदेशक कटौती करते जा रहे हैं और अपनी मनमानी चला रहे हैं। लेकिन अब यूनियन इससे ज्यादा अत्याचार नहीं होने देगा
मौके पर छह यूनियन की ओर से सभी मुद्दों पर निदेशकों से मिलकर बात रखने की बात कही गई।
यूनियन नेताओं ने कहा कि निदेशकों ने कर्मचारियों से सहयोग के बदले वेतन भुगतान, लंबित मांगों के समाधान और सुविधाओं की बहाली का आश्वासन दिया था, लेकिन महीनों बीतने के बावजूद स्थिति जस की तस बनी हुई है।
बैठक में पीएफ अंशदान की वापसी के आदेश को लागू नहीं करने, एलआईसी प्रीमियम जमा नहीं होने से कर्मचारियों के परिवारों को बीमा लाभ नहीं मिलने सहित कई मुद्दे उठाए गए। यूनियन प्रतिनिधियों ने कहा कि अब मनमानी और कटौती बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बैठक में एचईसी मजदूर संघ (बीएमएस) के महामंत्री रमाशंकर प्रसाद, हटिया कामगार यूनियन (एटक) के प्रभारी महासचिव आरके शाही, हटिया लोकमंच के सचिव बिमल महली, एचईसी श्रमिक कर्मचारी के महामंत्री प्रकाश कुमार सहित अन्य मौजूद थे।
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हिन्दुस्थान समाचार / Manoj Kumar

