पश्चिमी सिंहभूम : झोले में बच्चों को ले जाने की कथित घटना पर स्वास्थ्य मंत्री सख्त, जांच के दिए आदेश
रांची, 20 दिसंबर (हि.स.)। पश्चिमी सिंहभूम (चाईबासा) से जुड़ी झोले में बच्चों को ले जाने की कथित घटना को लेकर सामने आई खबरों पर झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने कड़ा रुख अपनाया है। मामले के संज्ञान में आते ही उन्होंने संबंधित प्राधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही पूरे प्रकरण की सच्चाई सामने लाने के लिए चाईबासा के सिविल सर्जन से विस्तृत और तथ्यात्मक रिपोर्ट तलब की गई है।
स्वास्थ्य मंत्री ने स्पष्ट किया कि विभाग में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जांच में यदि कोई दोषी पाया जाता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित होगी। उन्होंने कहा कि सरकार जनता के स्वास्थ्य और सम्मान को सर्वोपरि मानते हुए काम कर रही है और किसी भी तरह की कोताही पर कड़ा कदम उठाया जाएगा।
इरफान अंसारी ने चिंता जताई कि चाईबासा और पलामू जैसे जिलों को लेकर लगातार नकारात्मक और भ्रामक खबरें फैलाने की कोशिश की जा रही है, जिससे न केवल सरकार की छवि प्रभावित होती है, बल्कि ईमानदारी से कार्य कर रहे डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों का मनोबल भी टूटता है। उन्होंने कहा कि दुर्गम क्षेत्रों में पहले ही डॉक्टरों की भारी कमी है और इस तरह का माहौल स्थिति को और कठिन बना देता है।
स्वास्थ्य मंत्री ने जनता और मीडिया से अपील की कि यदि कहीं वास्तविक खामियां हों, तो उन्हें सीधे विभाग के संज्ञान में लाया जाए, ताकि जांच कर आवश्यक सुधार और कार्रवाई की जा सके। बिना जांच के किसी डॉक्टर या पूरे विभाग को मीडिया ट्रायल के माध्यम से बदनाम करना उचित नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि इस बात की पड़ताल की जा रही है कि कहीं कुछ राजनीतिक या वैचारिक ताकतें संगठित रूप से सरकार और स्वास्थ्य विभाग की छवि को नुकसान पहुंचाने का प्रयास तो नहीं कर रही हैं।
मंत्री ने भरोसा दिलाया कि सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है और सच्चाई जल्द सामने लाई जाएगी। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ के माध्यम से भी इस मामले का संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।---------------------
हिन्दुस्थान समाचार / विकाश कुमार पांडे

