भरा हुआ है डीएमएफटी फंड, लेकिन योजनाएं हैं अधूरी : जयंत सिन्हा

WhatsApp Channel Join Now
भरा हुआ है डीएमएफटी फंड, लेकिन योजनाएं हैं अधूरी : जयंत सिन्हा


रामगढ़, 17 दिसंबर (हि.स.)। रामगढ़ जिले में डीएमएफटी (जिला खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट) फंड की कोई कमी नहीं है। लेकिन पूर्व में चयनित योजनाओं का पूरा नहीं किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। उक्त बातें पूर्व केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा ने बुधवार की शाम रामगढ़ में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही। वे गोला रोड, चट्टी बाजार स्थित पूर्व विधायक शंकर चौधरी के आवासीय कार्यालय पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि वे रामगढ़ की वर्तमान स्थिति की जानकारी लेने आए हैं। उन्होंने पूर्व विधायक शंकर चौधरी को रामगढ़ का सबसे पुराना जनसेवक बताया। साथ ही कहा कि उनके अनुभव से शहर की वास्तविक स्थिति की जानकारी मिलती है।

जयंत सिन्हा ने कहा कि डीएमएफटी योजनाओं से रामगढ़ जिला चमक सकता है, लेकिन फंड का उचित तरीके से उपयोग नहीं हो रहा है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि पूर्व में डीएमएफटी फंड से नए बस स्टैंड का शिलान्यास किया गया था, लेकिन अब तक उस दिशा में कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। यदि नया बस स्टैंड बन जाता तो शहर के विकास के साथ-साथ जाम की समस्या से भी निजात मिलती। उन्होंने रामगढ़ जिला प्रशासन से नए बस स्टैंड के निर्माण की दिशा में शीघ्र कार्रवाई करने का अनुरोध किया।

उन्होंने एक अन्य महत्वपूर्ण योजना का जिक्र करते हुए दुख प्रकट किया कि डीएमएफटी के तहत जिले के प्रत्येक पंचायत में सामुदायिक भवन निर्माण की योजना स्वीकृत होने के बावजूद अब तक शुरू नहीं हो सकी। इस योजना के लिए एक करोड़ पांच लाख रुपये की राशि भी मंजूर की गई थी तथा हर महीने पांच सामुदायिक भवनों का निर्माण शुरू करने का निर्णय लिया गया था। इसके लिए जमीन भी चिन्हित की गई थी। जयंत सिन्हा ने इस योजना को शीघ्र पूरा करने की मांग की।

उन्होंने कहा कि डीएमएफटी फंड से नागरिक सुविधाओं के लिए स्ट्रीट लाइट, सड़क किनारे पेवरिंग, पार्क जैसे कार्य किए जा सकते हैं। साथ ही विकास नगर में फुटपाथ का कार्य पूरा होने पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि इससे स्थानीय लोगों को लाभ होगा।

जयंत सिन्हा ने रामगढ़ शहर में बढ़ते प्रदूषण पर भी चिंता जताई और कहा कि इस मुद्दे पर वे गौरव बुधिया एवं जिला प्रशासन से बातचीत करेंगे। इसके अलावा उन्होंने कहा कि छावनी परिषद से अलग होकर शहर को नगर परिषद में शामिल किया जाना चाहिए था, जो अब तक नहीं हो पाया है। इस दिशा में गंभीरता से ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है।

मौके पर प्रकाश मिश्रा, रविंद्र शर्मा, देवेंद्र सिंह, अशोक जैन, भगवान साहू, कमलनाथ महतो, प्रदीप गुप्ता, महेश मालाकार, मुन्ना विश्वकर्मा सहित कई लोग मौजूद थे।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / अमितेश प्रकाश

Share this story