शिक्षा का उद्देश्य सामाजिक दायित्व का निर्वहन करना है : राज्यपाल
-राज्यपाल बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय के द्वितीय दीक्षांत समारोह में हुए शामिल
धनबाद, 26 दिसंबर (हि.स.)। झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने शुक्रवार को बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय के द्वितीय दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने नए उपाधि प्राप्त विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए उनसे आग्रह किया कि वे कम से कम एक बच्चे की शिक्षा का दायित्व अवश्य लें।
राज्यपाल ने अपने संबोधन में कहा कि शिक्षा का उद्देश्य केवल व्यक्तिगत उन्नति नहीं, बल्कि सामाजिक दायित्व का निर्वहन भी होना चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि समाज में अशिक्षा को दूर करने में योगदान देने के लिए उन्हें यह जिम्मेदारी अपनानी चाहिए।
इस अवसर पर उन्होंने स्वर्गीय बिनोद बिहारी महतो को श्रद्धापूर्वक नमन करते हुए कहा कि उनका जीवन शिक्षा, श्रम और आत्मगौरव के मूल्यों का प्रतीक था। वे केवल एक जननेता नहीं थे, बल्कि सामाजिक चेतना और न्याय के प्रतीक थे। उनका संपूर्ण जीवन इस बात का प्रमाण है कि शिक्षा केवल ज्ञान प्राप्ति का साधन नहीं, बल्कि सामाजिक न्याय, सम्मान और आत्मनिर्भरता का सबसे प्रभावी माध्यम है।
राज्यपाल ने विद्यार्थियों से कहा कि दीक्षांत समारोह जीवन की नई जिम्मेदारियों को स्वीकार करने की औपचारिक शुरुआत है। उन्होंने यह भी कहा कि छात्रों का ज्ञान, आचरण और मूल्य समाज और राष्ट्र के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। विद्यार्थियों को उत्कृष्टता, नवाचार और अनुसंधान की ओर निरंतर अग्रसर रहने का आह्वान किया गया।
राज्यपाल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में शिक्षा को समावेशी, सुलभ और समाजोपयोगी बनाने के लिए किए जा रहे प्रयासों का उल्लेख किया और कहा कि आज शिक्षा सामाजिक सशक्तिकरण और समान अवसर का प्रभावी माध्यम बन रही है।
समारोह के अंत में राज्यपाल ने सभी उपाधि प्राप्त विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की और विश्वविद्यालय के निरंतर प्रगति के मार्ग पर अग्रसर रहने की शुभकामनाएं दी।------------
हिन्दुस्थान समाचार / विकाश कुमार पांडे

