शराब घोटाले में निलंबित आईएएस विनय चौबे के साथ मुख्यमंत्री भी शामिल : बाबूलाल मरांडी
रांची, 18 दिसंबर (हि.स.)। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने शराब घोटाले को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर निशाना साधा है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य में हुए शराब घोटाले में निलंबित आईएएस अधिकारी विनय चौबे के साथ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शामिल हैं।
मरांडी ने गुरुवार को प्रेसवार्ता में कहा कि शराब घोटाले में एसीबी जांच चल रही है। इस मामले में तत्कालीन उत्पाद सचिव विनय चौबे जेल में बंद हैं। एसीबी जांच में उत्पाद आयुक्तों अमित कुमार, कर्ण सत्यार्थी, फैज अहमद से हो रही पूछताछ में लगभग एक जैसे बयान मीडिया में छप रहे हैं। अमित कुमार ने कहा कि जो विनय चौबे ने चाहा वही हुआ, कर्ण सत्यार्थी ने कहा है कि विनय चौबे ने मामले में केस दर्ज करने से मना किया था।भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि ऐसे बयान कोई सामान्य नहीं बल्कि बड़े और गंभीर भ्रष्टाचार की ओर इशारा करते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि इस प्रकार चल रही पूछताछ बड़े लोगों को बचाने की सुनियोजित साजिश है। उन्होंने कहा कि जिनके बयान की चर्चा हुई वे सभी आईएएस अधिकारी हैं। इनको यदि दबाव डालकर नियम विरुद्ध काम कराया जा रहा था तो फाइल में नोट करते, मुख्य सचिव और मुख्यमंत्री से मिलकर शिकायत करते कि गलत हो रहा है। उन्होंने कहा कि यहां पर यह स्वाभाविक सवाल खड़ा होता है और जांच का नया विषय भी बनता है।
उन्होंने कहा कि इसकी भी जांच होनी चाहिए कि इन लोगों ने फाइल में अनुचित दबाव का नोटिंग क्यों नहीं किया। मुख्य सचिव, मुख्यमंत्री से क्यों शिकायत नहीं की? और अगर की तो फिर क्या उत्तर मिला? मरांडी ने आरोप लगाया कि इन लोगों के बयान से यही झलक रहा कि ये रटे रटाए तोते की तरह बोल रहे हैं। इन लोगों को अदालत में भी ऐसा ही बोलने का निर्देश है क्योंकि बड़े लोगों को बचाना है। भाजपा नेता ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री को संभावित शराब घोटाले को लेकर वर्ष 2022 में ही पत्र लिखकर आगाह किया था, लेकिन मुख्यमंत्री ने कोई कार्रवाई नहीं की। इससे स्पष्ट है कि विनय चौबे के साथ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी घोटाले में शामिल हैं और मुख्यमंत्री को बचाने की कवायद सरकारी ऑफिसर कर रहे हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / विकाश कुमार पांडे

