बाबूलाल की मुख्यमंत्री पर की गई टिप्पणी अशोभनीय : सोनाल
रांची, 31 दिसंबर (हि.स.)। नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी की ओर से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर की गई निम्न स्तरीय टिप्पणी अशोभनीय है। यह बातें प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता सोनाल शांति ने बुधवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कही।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जैसे संवैधानिक पद के खिलाफ जिस अमर्यादित भाषा का प्रयोग बाबूलाल मरांडी ने किया है वह भाजपा की शिक्षा का असर है। बाबूलाल मरांडी स्वयं संवैधानिक पद पर हैं, लेकिन उन्होंने भाषायी गरिमा को तार-तार कर महागठबंधन के नेताओं को भी इसी शैली में जवाब देने को आमंत्रित किया है। उन्होंने कहा कि पीठ में छुरा घोंपने वाली कहावत को झारखंड की राजनीति में बाबूलाल मरांडी ने ही चरितार्थ किया है। जब भाजपा ने उन्हें मुख्यमंत्री पद से चलता किया तो उन्होंने दोहरापन दिखाते हुए अलग दल बना लिया। वहीं जब उनकी करगुजारियों से आजिज आकर उनके नेतृत्व को विधायकों ने उन्हें अलविदा किया तो बाबूलाल ने महागठबंधन को राजनीति का जरिया बनाने की कोशिश की।
शांति ने कहा कि रघुवर दास के 5 वर्षों के शासनकाल में जिस तरह राजशाही तरीके से शासन चलाया गया उसे युवाओं में निराशा फैल गई थी और महिलाएं आर्थिक भविष्य को लेकर चिंतित थीं।
लेकिन महागठबंधन की सशक्त सरकार के नेतृत्व ने युवाओं, छात्र समुदाय में उत्साह भर दिया और महिला सशक्तिकरण की दिशा में झारखंड देश के प्रमुख राज्यों में शुमार हो गया।
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हिन्दुस्थान समाचार / Vinod Pathak

