खूंटी के बिरसा शिशु मंदिर गोविंदपुर में मनाया गया जनजाति गौरव दिवस
खूंटी, 30 नवंबर (हि.स.)। जिले के कर्रा प्रखंड के गोविंदपुर स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में गुरुवार को जनजाति गौरव दिवस मनाया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पंचायत की मुखिया सुनीता देवी ने कहा कि जनजाति समाज और परंपरा को बचाए रखने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जनजाति समाज को बचाने और उन्हें आगे बढ़ाने में भगवान बिरसा मुंडा का सबसे बड़ा योगदान है।
शिशु मंदिर के सचिव संजय भगत ने बिरसा मुंडा के कार्यों का और उनके योगदान की चर्चा की। प्रांत के श्रद्धा जागरण प्रमुख मुसाफिर विश्वकर्मा ने कहा कि यह गर्व की बात है कि हम जनजाति गौरव दिवस मना रहे हैं। भगवान बिरसा ने जनजाति समाज के लिए अथक परिश्रम किए। वे अपनी परंपरा, संस्कृति और आस्था के प्रति संवेदनशील थे। हमें भी जनजाति समाज के लिए उनके बीच जाकर परंपरा-संस्कृत के प्रति उन्हें जागरूक करने की आवश्यकता है।
विश्वकर्मा ने कहा कि विदेशी षड्यंत्रकारी भ्रमजाल फैलाने का काम कर रहे हैं। बिरसा मुंडा ने गांव में जाकर जनजाति समाज को जगाने का कार्य किया। हमें भी गांव में जाकर दिशा से भटके हुए वैसे लोगों को जागरूक करने का कार्य करना है। जनजाति बहुल गांव यदि जागरूक और संगठित हो जाता है, तभी वह अपना अस्तित्व बचा सकता है। भारत सरकार ने भी जनजाति समाज को सम्मान देने के लिए जनजाति गौरव दिवस की शुरुआत की है।
कार्यक्रम का संचालन बिरसा शिशु मंदिर की प्रधान आचार्या मंतोषी देवी ने किया। जिले के संगठन मंत्री साधो मुंडा और कृष्णा सहित काफी संख्या में विद्यार्थी और अन्य लोग उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान समाचार/ अनिल/चंद्र प्रकाश
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