यह सदन बहस का स्थल नहीं, बल्कि जनआकांक्षाओं का प्रतीक : विधानसभा अध्यक्ष

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यह सदन बहस का स्थल नहीं, बल्कि जनआकांक्षाओं का प्रतीक : विधानसभा अध्यक्ष


रांची, 1 अगस्त (हि.स.)। झारखंड विधानसभा के मॉनसून सत्र का आगाज शुक्रवार को हो गया। सत्र सात अगस्त तक चलेगा। मॉनसून सत्र में कुल पांच कार्य दिवस होंगे।

मॉनसून सत्र के पहले दिन विधानसभा अध्यक्ष रबीन्द्र नाथ महतो ने कहा कि यह सदन बहस का स्थल नहीं, बल्कि जनआकांक्षाओं का प्रतीक है। आमजन की आकांक्षाओं की पूर्ति ही हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सदन लोकतंत्र की महान परंपरा का आंगन है। लोकतंत्र शासन प्रणाली जन आस्था का प्रतीक है। सदन में पेश किए जाने वाले विधेयकों पर रचनात्मक, गंभीर और सार्थक चर्चा होगी।

विधासभा अध्यक्ष ने मॉनसून सत्र के लिए सदन में सभापतियों के नामों की घोषणा की। इसमें स्टीफन मरांडी, सीपी सिंह, निरल पूर्ति, रामचंद्र सिंह और नीरा यादव शामिल हैं।

कार्यमंत्रणा समिति के अध्यक्ष रबीन्द्र नाथ महतो होंगे, जबकि सदस्य के रूप में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, मंत्री राधाकृष्ण किशोर, नेता प्रत्पक्ष बाबूलाल मरांडी, विधायक सरयू राय, निरल पूर्ति और अरूप चटर्जी को शामिल किया गया है।

विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में विधायक दीपक बिरूआ, मथुरा महतो, सीपी सिंह, स्टीफन मरांडी, प्रदीप यादव, सुरेश पासवान, नवीन जायसवाल, जर्नादन पासवान, बसंत सोरेन, नीरा यादव, कल्पना सोरेन मुर्मू, निर्मल महतो और जयराम महतो को शामिल किया गया है।

कार्यमंत्रणा समिति की घोषणा होने के बाद कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने सदन में अपनी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस बड़ी पार्टी है। समिति में सभी विधायक दल के नेता को पदेन सदस्य बनाना चाहिए, पर आमंत्रित सदस्य बनाया गया है। इस पर अध्यक्ष ने इसे लेकर विचार करने की बात कही।

इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष ने दिशोम गुरु शिबू सोरेन के अच्छे स्वास्थ्य की कामना की। अंत में शोक प्रस्ताव के बाद सदन की कार्यवाही 4 अगस्त, सोमवार की सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

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हिन्दुस्थान समाचार / Vinod Pathak

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