सीमित संसाधनों में भी बेहतर प्रदर्शन कर रहा अग्निशमन केंद्र
बोकारो, 26 दिसंबर (हि.स.)। अग्निशमन केंद्र बोकारो के अंतर्गत घटित विभिन्न अग्निकांडों में दमकल कर्मियों की कर्तव्यनिष्ठा, साहस और त्वरित कार्रवाई ने यह साबित कर दिया है कि सीमित बल एवं संसाधनों के बावजूद भी बड़े से बड़े संकट पर प्रभावी रूप से काबू पाया जा सकता है। अधिकारियों एवं कर्मियों ने कई बार अपनी जान जोखिम में डालकर आग पर नियंत्रण पाया और जन-धन की व्यापक क्षति को टालने में उल्लेखनीय सफलता हासिल की। इस संबंध में शुक्रवार काे अग्निशमन विभाग की ओर से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया गया कि 06 अक्टूबर को बोकारो रेलवे स्टेशन के समीप स्थित गोदावरी कोयला डिपो में भीषण आग लग गई। कोयले से उठते जहरीले धुएं और धूल के बीच दमकल कर्मी लगातार 30 दिनों तक मौके पर डटे रहे और अथक प्रयास के बाद आग को पूरी तरह नियंत्रित किया। इस कार्रवाई से आसपास के गांवों को प्रदूषण से बचाया गया और सरकार को करोड़ों रुपये के संभावित राजस्व नुकसान से संरक्षण मिला। इस दौरान मुख्य अग्निशमन चालक महमूद अंसारी को अत्यधिक श्रम और तनाव के कारण गंभीर स्वास्थ्य समस्या का सामना करना पड़ा, जिनका इलाज अभी जारी है।
वहीं, चार अक्टूबर को दुंडीबाग बाजार स्थित सात दुकानों में भीषण आग लग गई। अनियंत्रित भीड़ और प्रतिकूल हालात के बावजूद दमकल कर्मियों ने सूझबूझ और साहस के साथ आग पर काबू पाया। इस घटना में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई, जो विभाग की तत्परता का प्रमाण है।
इसके अलावा 18 नवंबर को सेक्टर-4 पाली प्लाजा रोड स्थित आठ दुकानों में आग लगने की सूचना मिली। पेंट, स्प्रे पेंट, थिनर और अन्य ज्वलनशील रसायनों के विस्फोट से आग अत्यंत भयावह हो गई थी, फिर भी दमकल कर्मियों ने त्वरित कार्रवाई कर आग के फैलाव को रोका और करोड़ों की संपत्ति बचाई।
इन सभी घटनाओं में फायर स्टेशन अधिकारी भगवान ओझा, उप-अधिकारी शिवनारायण लोहरा, मुख्य अग्निशमन चालक एटवा ओराओन, राजा राम महतो, रघुवेंद्र कुमार सिंह, संजीत किस्कू, महमूद अंसारी तथा फायर ड्राइवर प्रदीप केरकेट्टा, मो. कादर प्रसाद और बबलू यादव ने उल्लेखनीय साहस का परिचय दिया। बोकारो अग्निशमन सेवा साहस, सेवा और समर्पण का प्रतीक बन चुकी है।
हिन्दुस्थान समाचार / अनिल कुमार

