बजट में किसानों और मध्यम वर्गीय लोगों का रखा गया ध्यान

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बजट में किसानों और मध्यम वर्गीय लोगों का रखा गया ध्यान


रामगढ़, 1 फ़रवरी (हि.स.)। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को सदन में बजट पेश किया। इस दौरान उन्होंने नए टैक्स रिजिम को जारी कर आम जनता को बड़ी राहत देने का संदेश दिया है। बजट में टैक्स की छूट आम लोगों को महंगाई की मार से भी राहत दिला सकती है। लेकिन इसके अलावा एफडीआई का प्रावधान, एमएसएमई में मध्यम वर्गीय व्यापार को बढ़ावा देने, स्वास्थ्य विभाग में मेडिकल सीट बढ़ाने और कृषि को बढ़ावा देने जैसे बड़े मुद्दों पर ध्यान दिया गया है। हालांकि विपक्ष इसे सिर्फ दावों का बजट बता रहा है, लेकिन सत्ता पक्ष में शामिल लोग इसे मोदी का तोहफा मान रहे हैं। आम नागरिक भी बजट के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दे रहे हैं। आम लोगों के अनुसार एक लाख रुपए प्रति महीना कमाने वाले व्यक्ति को कोई भी टैक्स देने की आवश्यकता नहीं है। जिससे जनता की जेब भरी की भरी रहेगी। इसके अलावा देश में 6.5 हजार आईआईटी सीट बढ़ाने, मेडिकल एजुकेशन में 75000 सीट बढ़ाने, फलों और सब्जियों की खेती को बढ़ावा देने, किसानों को कम ब्याज पर पांच लाख तक का लोन उपलब्ध कराने, मखाना के किसानों के लिए बोर्ड बनाने जैसी बातें रखी गई है।

रामगढ़ की जनता ने भी बजट पर अपनी मिली जुली प्रतिक्रिया जाहिर की है। वरीय भाजपा नेता रंजीत सिन्हा ने कहा कि आम बजट देश का सर्वांगीण विकास करने वाला बजट है। आम आदमी के क्रय शक्ति में बढ़ोतरी होगी। बाजार में उद्योग बढ़ेंगे तो रोजगार के अवसर मिलेंगे। इलेक्ट्रिक कार बैट्री, 36 जीवन रक्षक दवा से कस्टम ड्यूटी हटाने ,टीवी-फोन जैसी आम आदमी के उपयोग की चीजों के दाम कम करने से जीवन सरल होगा।

व्यापारी हरीष चौधरी ने कहा कि यह बजट शानदार है, इससे केवल आयकर के भार को कम किया है, अपितु लोगो के लिए नये अवसर प्रदान किए है। चाहे वो उच्च शिक्षा का क्षेत्र हो या स्वास्थ्य सुविधा, रोज़गार हो या पर्यटन, ऊर्जा हो या उद्योग हर किसी के लिए ये खास है।क़ृषि क्षेत्र और व्यापार के लिए लोन सुविधा को और सरलीकरण किया गया। इससे निश्चित ही देश की अर्थ व्यवस्था में बदलाव आएगा।

अधिवक्ता प्यारेलाल महतो ने कहा कि इस बजट से देश की अर्थव्यवस्था और मजबूत होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आम नागरिकों को मजबूत करने के लिए संकल्प लिया है। उनका यह संकल्प देश के बजट में भी परिलक्षित हो रहा है।

व्यापारी मुरारी लाल अग्रवाल ने कहा कि इस बजट से व्यापारियों को कोई भी फायदा नहीं होने वाला है। हालांकि व्यापारियों ने बड़ी उम्मीद से बजट में शामिल होने की कोशिश की थी। लेकिन उम्मीदों पर पानी फिर गया। ना लोन में रियायत मिली और ना ही टैक्स में उन्हें कोई बदलाव होता दिखाई दिया।

छावनी परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष सरदार अनमोल सिंह ने कहा कि आजादी के बाद का सबसे बेहतर बजट पेश करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बधाई के पात्र हैं। इस बजट में व्यापारियों, छात्रों, स्वास्थ्य विभाग, ग्रामीण विकास के साथ-साथ किसानों को भी बढ़ावा देने का काम किया गया है। चाहे कोई भी कम करें, सरकार उनके साथ रहेगी। कम ब्याज में किसानों को लोन मिलेगा, छोटे और मध्यम वर्गीय व्यापारियों को लोन 10 करोड़ तक दिया जाएगा, ताकि उद्योग में इजाफा हो सके। देश में पूंजी निवेश के लिए भी बेहतर स्कीम लाया गया है, इससे रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।

सामाजिक कार्यकर्ता भास्कर दत्ता ने कहा कि इस बजट में सीनियर सिटीजन को जगह नहीं मिली है। पहले रेलवे में बुजुर्गों को राहत मिलती थी। लेकिन वहां भी उन्हें हसीए पर रखा गया। सरकार चुनाव के लिए चुन चुन कर विभिन्न वर्गों को रुपए बांट रही है। सिर्फ सीनियर सिटीजन को दूर रखा जा रहा है, जबकि यह एक बड़ा वर्ग है। मध्यमवर्गीय परिवारों को भी बजट से कोई सीधा फायदा होता दिखाई नहीं दे रहा।

फेडरेशन ऑफ झारखंड चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष सह झारखंड स्मॉल स्केल इंडस्ट्रीज के वरिष्ठ सदस्य अमित साहू ने कहा कि बजट से मध्यवर्गीय व्यवसायियों को राहत मिली है। बारह लाख रुपए के आय तक टैक्स को जीरो करना, बहुत ही ऐतिहासिक है। किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक सकारात्मक और सार्थक प्रयास है। आने वाले दिनों में किसानों एवं मध्यवर्गीय व्यवसायियों के लिए यह बजट मील का पत्थर साबित होगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / अमितेश प्रकाश

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