पलामू में बालू के मुद्दे पर दिहाड़ी मजदूर यूनियन की महापंचायत
पलामू, 1 नवंबर (हि.स.)। एटक से संबद्ध झारखंड राज्य दिहाड़ी मजदूर यूनियन के बैनर तले बुधवार को बालू के सवाल पर समाहरणालय परिसर में मजदूर महापंचायत लगी, जहां वक्ताओं ने राज्य सरकार से बालू के सवाल पर चुप्पी तोड़ने और बालू सबके लिए सस्ता व सर्वसुलभ कराने की मांग की।
इसके पूर्व मजदूरों की एक रैली शिवाजी मैदान से शुरू होकर शहर के मुख्य मार्गों का भ्रमण करते हुए कचहरी परिसर पहुंची। रैली में शामिल मजदूर हाथों में लाल झंडा और तख्तियां लिए नारेबाजी करते हुए चल रहे थे। महापंचायत की अध्यक्षता दिहाड़ी मजदूर यूनियन के जिला अध्यक्ष गौतम कुमार और संचालन महासचिव राजीव कुमार ने किया।
मौके पर एटक के राज्य सचिव राजीव कुमार ने कहा कि विगत ढाई सालों से झारखंड में बालू का कृत्रिम संकट पैदा कर बालू को माफिया और ठेकेदारों के हवाले कर दिया गया है। एनजीटी और कोर्ट के द्वारा रोक हटाने के बावजूद भी पलामू में बालू का उठाव शुरू नहीं किया गया है लेकिन पुलिस प्रशासन और माफिया के गठजोड़ से बालू बड़े लोगों को आसानी से उपलब्ध हो रहा है। निर्माण कार्य ठप है, जिससे मजदूर रोजगार की तलाश में पलायन कर रहे हैं। छड़, सीमेंट ईटा छर्री बेचने वाले दुकानदारों पर भी दोहरी मार पड़ रही है।
उन्होंने कहा कि बालू सबको मिले, सस्ता मिले। बालू की उपलब्धता सर्वसुलभ हो और बालू से माफियागिरी बंद हो तभी मजदूर यूनियन चुप बैठेगी। सरकार और प्रशासन को आगाह करने के लिए मजदूर महापंचायत लगायी गयी। इसके बाद भी बालू संकट का कोई स्थाई समाधान नहीं हुआ तो छठ बाद मजदूर सड़क पर उतरकर उग्र आंदोलन करेंगे। विधि व्यवस्था का संकट उत्पन्न कर दिया जाएगा।
इनके अलावा बिजली कामगार यूनियन से जुड़े एटक के राज्यस्तरीय नेता बैजनाथ सिंह, अखिल भारतीय किसान सभा के केडी सिंह, इप्टा के राष्ट्रीय सचिव शैलेंद्र कुमार, भाकपा माले के जिला सचिव आरएन सिंह, रविंद्र भुइयां, मजदूर नेत्री सुषमा मुरमा, ममता देवी आदि ने भी महापंचायत को संबोधित किया।
इस दौरान हजारों की संख्या में महिला-पुरुष मजदूर एवं किसान मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/ दिलीप कुमार/चंद्र प्रकाश
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