आजादी की जंग के महानायक और नवचेतना के सूत्रधार थे भगवान बिरसा मुंडा : डीडीसी
खूंटी, 9 जून (हि.स.) अमर स्वतंत्रता सेनानी भगवान बिरसा मुंडा के शहादत दिवस पर खूंटी के उप विकास आयुक्त श्याम नारायण राम ने रविवार कों उलिहातू जाकर भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि आजादी की जंग के महानायक, नवचेतना के सूत्रधार, धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा को शत शत नमन। ज्ञात हो कि खूंटी जिले के अड़की प्रखंड अंतर्गत चारों ओर आच्छादित घने जंगलों और और पहाड़ों के बीच स्थित है ऐतिहासिक गांव उलिहातू।
यह वही गांव है, जहां के रहनेवाले सुगना मुंडा और करमी मुंडाइन के पुत्र बिरसा मुंडा ने आदिवासियों के साथ ब्रिटिश हुकूमत द्वारा किये जा रहे शोषण व अन्याय के खिलाफ उलगुलान की शुरुआत की थी। डीडीसी ने कहा कि जिला प्रशसान द्वारा उलिहातू को पर्यटन स्थल के रुप में विकसित करने की दिशा में विभिन्न योजनाएं क्रियान्वित हैं। उलिहातू जानेवाली पक्की सड़क पर एक भव्य बिरसा मुंडा द्वार निर्मित है। यहां भगवान बिरसा मुंडा की एक भव्य व आर्कषक प्रतिमा स्थापित है। उनके आवासीय परिसर का सौंदर्यीकरण कर बिरसा ओड़ा का निर्माण कराया गया है।
बिरसा ओड़ाः में भगवान बिरसा मुंडा की आदमकद प्रतिमा स्थापित है। प्रत्येक साल भगवान बिरसा जयंती के अवसर पर 15 नवंबर को उलिहातू में भव्य समारोह का आयोजन किया जाता है, जहां हजारों की लोग अमर शहीद वीर बिरसा को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं। अमर शहीद बिरसा मुंडा का जन्म 15 नवंबर 1875 ई को हुआ था और निधन नौ जून 1900 को हुआ था। उप विकास आयुक्त ने कहा कि यहां आकर लोग गर्व महसूस करते हैं कि हम भगवान बिरसा मुंडा की भूमि पर आये हैं, जिन्होंने अपने अदम्य साहस एवं चमत्कारी नेतृत्व की क्षमता से अपनी अमर गाथा लिखी।
हिन्दुस्थान समाचार/ अनिल
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