कृषि के साथ आय के वैकल्पिक स्रोतों को अपनायें किसान: राज्यपाल

कृषि के साथ आय के वैकल्पिक स्रोतों को अपनायें किसान: राज्यपाल
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कृषि के साथ आय के वैकल्पिक स्रोतों को अपनायें किसान: राज्यपाल


-तोरपा में आयोजित तीन दिवसीय पूर्वी क्षेत्र किसान मेला का हुआ समापन

खूंटी, 5 फ़रवरी (हि.स.)। राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा की धरती पर आयोजित पूर्वी क्षेत्र किसान मेला किसानों के हित में की गई एक उल्लेखनीय पहल है। इस मेले में किसानों को नई कृषि तकनीकों के साथ ही आधुनिक कृषि पद्धति और उन्नत ऑर्गेनिक फार्मिंग का प्रशिक्षण प्राप्त हुआ और विभिन्न स्थलों से आए प्रगतिशील किसानों ने अपना अनुभव भी साझा किया। इससे निश्चित ही उनकी उत्पादकता के साथ-साथ आमदनी भी बढ़ेगी। राज्यपाल सोमवार कों तोरपा प्रखंड के दियांकल स्थित कृषि विज्ञान केंद्र परिसर में आयोजित तीन दिवसीय पूर्वी क्षेत्र किसान मेला के समापन समोराह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।

इसके पूर्व समापन समारोह का उद्घाटन राज्यपाल के राधाकृष्णन, डॉ अभिजीत कर, निदेशक, प्आइसीएआर- एनआइएसए, बिरसा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ एससी दुबे, डॉ निर्मल कुमार, उपायुक्त लोकेश मिश्रा और पुलिस अधीक्षक अमन कुमार ने संयुक्त रूप से कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मेला में लगभग डेढ़ सौ स्टॉल लगाये गये थे।

राज्यपाल के साथ बड़ी संख्या में किसानों ने इनका अवलोकन किया व कृषि संबंधी नवाचारों की जानकारी ली। निदेशक डॉ. अभिजीत कर ने स्वागत भाषण दिया। मेले में कृषि संबंधी विभिन्न विषयों (उन्नत कृषि पद्धति, बागवानी, पशुपालन, मत्स्य पालन, मधुमक्खी पालन, लाख व तसर उत्पादन आदि) पर गोष्ठियों का आयोजन किया गया और प्रगतिशील कृषकों एवं कृषि-उद्यमियों को कई श्रेणियों में पुरस्कार भी दिए गए। राज्यपाल ने कृषि मेले के दौरान लगाए गए स्टॉल में से चयनित 10 स्टॉल को सांत्वना पुरस्कार प्रदान कियाा। तृतीय स्थान पर कृषि विज्ञान केंद्र, जामताड़ा एवं जेएसएलपीएस, द्वितीय आइएसीआर निंफेट कोलकाता, नंदी ग्रीन सॉल्यूशंस और प्रथम पुरस्कार स्टेपपिफाई लेप्स प्रा लि को प्रदान किया गया। मेले में टाटा ट्रस्ट द्वारा स्वास्थ्य जांच शिविर का भी आयोजन किया गया है। मेले की थीम थी सतत एवं चक्रीय जैव अर्थव्यवस्थाः आत्मनिर्भर व विकसित भारत का उत्प्रेरक।

किसानों को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने किसानों के कल्याण के लिए ‘पीएम किसान सम्मान निधि योजना’ और ‘प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना’ शुरू की। उन्होंने 15 नवंबर, 2023 (भगवान बिरसा मुंडा की जन्म तिथि) को जनजातीय गौरव दिवस मनाने का निर्णय लिया। राज्यपाल ने कहा कि अर्जुन मुडा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री का पदभार ग्रहण करने से पूर्वी क्षेत्र के किसान जागरूक होंगे और इस क्षेत्र की जलवायु के अनुसार कृषि को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि यहां की मिट्टी के लिए कौन सी फसल श्रेयस्कर है, इसकी जानकारी किसानों को मिलेगी। इससे कृषि क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव आ सकता है।

उन्होंने किसानों को कृषि के साथ आय के अन्य वैकल्पिक स्रोतों जैसे बागवानी, सब्जी उत्पादन, फूल उत्पादन, बकरी पालन, गौ पालन आदि अपनाने का भी आह्वान किया। राज्यपाल ने कहा कि यह किसान मेला किसानों के लिए वरदान साबित होगा और वे उन्नत कृषि कें लिए प्रेरित होंगे। उन्होंने किसानों को सम्मानित करते हुए कहा, ‘अन्नदाता सुखी भव’।

हिन्दुस्थान समाचार/ अनिल

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