विधायक के पैतृक गांव में चल रहा था इलाज के नाम पर धर्मांतरण का धंधा
खूंटी, 20 नवंबर (हि.स.)। तोरपा थाना क्षेत्र के ममरला गांव में तीन साल के कुपोषित बच्चे के इलाज के बहाने एक मकान में ईसाई धर्मावलंबियों द्वारा प्रार्थना सभा आयोजित करने को लेकर गांव में हंगामा खड़ा हो गया। ममरला तोरपा के विधायक कोचे मुंडा का पैतृक गांव है।
सोमवार को ईसाइयों द्वारा कुपोषित बच्चे के इलाज के नाम धर्मांतरण की जानकारी मिलने पर विधायक कोचे मुंडा, तोरपा के प्रखंड विकास पदाधिकारी कुमुद कमाार झा, थाना प्रभारी मनीष कुमार और पुलिस अवर निरीक्षक ममरला गांव पहुंचे और प्रार्थना सभा करा रहे लोगों से पूछताछ की। जानकारी के अनुसार सोमवार को ममरला गांव में जयफल भेंगरा के घर में तीन साल के एक कुपोषित बच्चे का इलाज के नाम पर ईसाई मिशनरी के कुछ लोग प्रार्थना सभा कर रहे थे। तभी जयफल के भाई छोटन भेंगरा को पता चला कि कुछ ईसाई समुदाय के लोग घर मे आकर प्रार्थना कर रहे हैं, तो इसकी जानकरी विधायक कोचे मुंडा को दी। विधायक ने थाना प्रभारी मनीष कुमार और बीडीओ कुमुद कुमार झा को जानकरी देते हुए गांव जाकर मामले को देखने को कहा।
सूचना पाकर तोरपा प्रशासन ममरला गांव पहुंचा, तो देखा कि जयफल के घर में तीन से चार लोग और बच्चे की मां तथा गांव के कुछ अन्य लोग प्रार्थना कर रहे थे। उनसे पूछताछ कर जांच की जा रही है। इस मामले को लेकर जयफल के भाई छोटन भेंगरा ने बताया कि सुंदारी बरटोली से एक युवती से उसके भाई जयफल ने शादी की है। उसके दो जुड़वें बेटे हुए, जिसमे एक जन्म से ही कुपोषित है। उस कुपोषित बच्चे को ठीक करने के नाम पर उसकी ससुराल से ही कुछ लोग आकर प्रार्थना सभा कर रहे थे। घटना के बाद तोरपा प्रशासन और खूंटी के सिविल सर्जन डॉ नागेश्वर मांझी ने गांव पहुंच बच्चे को देखा, तो बच्चा कुपोषित पाया। सिविल सर्जन और तोरपा रेफरल अस्पताल की डॉ चयन सिन्हा ने बताया कि जन्म से ही बच्चे के सिर में परेशानी है, जिसे इलाज से ठीक किया जा सकता है।
सीधे-सादे आदिवासियों का बरगला रही हैं ईसाई मिशनरियां: कोचे मुंडा
विधायक कोचे मुंडा ने कहा कि मुझे सोमवार सुबह आठ बजे ही सूचना मिली थी कि मेरे गांव में ईसाई मिशनरियों द्वारा प्रार्थना सभा की जा रही है। सूचना पाकर विधायक ममरला गांव पहुंचे, तो देखा कि कुछ लोग छोटन के भाई के घर मे प्रार्थना सभा कर रहे थे। जब उनसे जाकर विधायक ने पूछा, तो उन लोगों ने बताया कि बच्चे को ठीक करने के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। इस पर विधायक ने कहा कि अगर प्रार्थना से ही रोगी ठीक हो जाएंगे, तो बेकार ही बड़े- बड़े अस्पताल और डॉक्टर बने हुए है। ऐसे ही प्रार्थना सभा कर भोले-भाले आदिवासियों को बरगला कर धर्मांतरण किया जाता है।
मामले की जांच की जा रही है: बीडीओ
इसे सबंध में बीडीओ ने कहा कि विधायक कोचे मुंडा से सूचना मिलने के बाद ममरला गांव में धर्मांतरण का मामला प्रकाश में आया था। बताया जा रहा है कि एक घर में प्रार्थना सभा आयोजित कर कुद लोग ईसाई धर्म का प्रचार कर रहे थे। धर्मांतरण करने का प्रयास भी किया जा रहा था। फिलहाल जो लोग इस कार्य में शामिल हैं, उन्हें चिह्नित कर लिया गया है। प्रचार-प्रसार का मामला सामने आया है। मामले की जांच की जा रही है।
हिन्दुस्थान समाचार/ अनिल
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।