छात्रवृत्ति की भुगतान की मांग को लेकर आइसा ने किया विधानसभा मार्च
रांची, 5 दिसंबर (हि.स.)। ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) झारखंड के राज्यव्यापी आह्वान पर सैकडों छात्रों ने शुक्रवार को मार्च निकाल कर छात्रवृत्ति के समय पर भुगतान, मैट्रिक और इंटर परीक्षा शुल्क में की गई वृद्धि की वापसी और पैन (परमानेंट एजुकेशन नंबर) की अनिवार्यता खत्म करने की मांग की।
बिरसा चौक से विधानसभा तक आयोजित इस मार्च में विभिन्न विश्वविद्यालय और कॉलेज के छात्रों ने भाग लिया।
इस दौरान आइसा ने आरोप लगाया कि राज्य में लाखों छात्र अब भी लंबित छात्रवृत्ति के भुगतान का इंतजार कर रहे हैं, जिसके कारण कॉलेज फीस, रूम किराया, ट्यूशन और प्रतिदिन के खर्चों को वहन करना उनके लिए बेहद कठिन हो गया है। मौके पर कहा गया कि आर्थिक तंगी के चलते अनेक छात्रों की पढ़ाई बाधित हो रही है, जो पूरे राज्य के भविष्य के लिए चिंताजनक है।
इसी बीच जैक की ओर से मैट्रिक और इंटर परीक्षा शुल्क में लगभग 25 प्रतिशत वृद्धि करने से आदिवासी, दलित, पिछड़े और वंचित समुदायों के छात्रों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ बढ़ गया है।
पैन नंबर की अनिवार्यता को बताया अव्यवहारिक
कार्यक्रम में आइसा नेताओं ने पैन नंबर की अनिवार्यता को पूरी तरह अव्यवहारिक बताया और कहा कि इससे छात्रों को आवश्यक कागजात बनवाने में समय और पैसा दोनों खर्च करने पड़ रहे हैं। इससे उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
वहीं मार्च के दौरान प्रशासन आइसा के सदस्यों में संघर्ष की स्थिति भी पैदा हुई। इसमें पुलिस ने छात्रों को जबरन रोका और कई जगह छात्रों को जबरन बसों में घसीटकर बैठाया गया। आइसा ने इसे लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन बताते हुए कहा कि यह सरकार की छात्र-विरोधी मानसिकता को उजागर करता है।
वहीं मार्च के दौरान आइसा के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री के नाम संबंधित अधिकारियों को चार-सूत्री मांग-पत्र सौंपा, जिसमें सभी कोर्सों के छात्रों की लंबित छात्रवृत्तियों का तत्काल भुगतान करने, छात्रवृत्ति प्रक्रिया में आने वाली तकनीकी त्रुटियों और कार्यालयों के चक्कर से स्थायी मुक्ति दिलाने, अधिकारियों और कर्मचारियों की नियुक्ति करने और मैट्रिक और इंटर परीक्षा शुल्क में की गई वृद्धि को अविलंब वापस लेना शामिल है।
मौके पर आइसा झारखंड राज्य अध्यक्ष विभा पुष्पा दीप, राज्य सचिव त्रिलोकीनाथ, राज्य पदाधिकारी संजना मेहता, विजय कुमार, स्नेहा महतो, रितेश मिश्रा, जयजीत मुखर्जी, रंजीत सिंह चेरो सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित थे।
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हिन्दुस्थान समाचार / Vinod Pathak

