मतदाता सूची की शुद्धता लोकतंत्र की नींव : किशोर कांत
बोकारो, 6 दिसंबर (हि.स.)। कसमार प्रखंड मुख्यालय के सभागार में शनिवार को मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण को लेकर बीएलओ एवं बीएलओ पर्यवेक्षकों के लिए तकनीकी प्रशिक्षण आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सहायक निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी सह अंचल अधिकारी नरेंद्र सिंह ने की। प्रशिक्षण का उद्देश्य आगामी मतदाता सूची संशोधन अभियान को अधिक सटीक और त्रुटिरहित बनाना है।
प्रशिक्षक के रूप में जिला निर्वाचन कार्यालय से पहुंचे किशोर कांत ने बताया कि इस बार वर्ष 2003 की मतदाता सूची को आधार बनाकर वर्तमान सूची से नामों का मिलान (मैपिंग) किया जा रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस प्रक्रिया के माध्यम से मृत, विस्थापित अथवा डुप्लिकेट नामों की पहचान कर उसे हटा दिया जाएगा। यही वजह है कि बीएलओ की जिम्मेदारी अत्यंत महत्वपूर्ण है। किशोर कांत ने माना कि मैपिंग के दौरान बीएलओ को 2003 वाले रिकॉर्ड ढूंढ़ने में तकनीकी दिक्कतें आ रही थीं। इसी को ध्यान में रखते हुए प्रशिक्षण के दौरान पीपीटी प्रेजेंटेशन के माध्यम से नाम मिलान की पूरी विधि विस्तार से समझाई गई, ताकि हर बीएलओ आसानी से डेटा खोज सके और अपडेट कर सके।
वहीं अंचल अधिकारी सिंह ने कहा कि मतदाता सूची लोकतंत्र की रीढ़ है। एक नाम की गलती भी मतदान प्रक्रिया को प्रभावित कर सकती है, इसलिए समय पर और जिम्मेदारी के साथ कार्य पूरा करना अनिवार्य है। उन्होंने सभी प्रतिभागियों से लक्ष्य पूरा करने का दृढ़ संकल्प लेने की अपील की।
प्रशिक्षण के दौरान बीएलओ पर्यवेक्षक रिजवान अहमद, कपिल अहमद, मनोज कुमार, फटीक चंद्र, विमल राय, शमशाद, कंप्यूटर ऑपरेटर टिंकू लहरी तथा बीएलओ नीलम जायसवाल, मंजू देवी, कौशल्या देवी, चपला देवी, कंचन, नर्मदा देवी सहित प्रखंड के सभी प्रत्याशी उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान समाचार / अनिल कुमार

