73 लाख की सड़क निर्माण में भारी अनियमितता, शिकायत पर मुखिया ने की जांच
पलामू, 1 अप्रैल (हि.स.)। जिले के नीलांबर पितांबरपुर प्रखंड कार्यालय से कुटी मेन रोड़ तक बन रही डीएलपी पीसीसी सड़क निर्माण में बड़े पैमाने पर अनियमितता बरती जा रही है। सड़क निर्माण ग्रामीण कार्य विभाग मेदिनीनगर द्वारा 73 लाख की लागत से कराया जा रहा है।
स्थानीय ग्रामीणों की माने तो संवेदक द्वारा सड़क की गुणवत्ता का तनिक भी ख्याल नहीं रखा जा रहा है। सड़क निर्माण कार्य में 20 एमएम की जगह 30-40 एमएम के चिप्स का धड़ल्ले से इस्तेमाल किया जा रहा है। सीमेंट भी काफी कम मात्रा में डाला जा रहा है। साथ ही बालू की जगह क्रशर का डस्ट लगाया जा रहा है। इतना ही नहीं विरोध करने पर संवेदक द्वारा ग्रामीणों को झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी जा रही है, जिससे स्थानीय ग्रामीणों में आक्रोश देखा जा रहा है।
ग्रामीणों द्वारा बार-बार शिकायत किए जाने पर सड़क निर्माण कार्य स्थल पर सोमवार को पहुंची लेस्लीगंज कीे मुखिया रेखा देवी ने कहा कि सड़क की लेबलिंग करने के बाद 10 एमएम, 20 एमएम तथा 30 एमएम एवं क्रशर डस्ट को मिलाकर (रोलिंग करने के बाद 6 ईंच) जेएसबी करना था, जिसके बाद 20 एमएम की छर्री से ढलाई की जानी है, लेकिन संवेदक द्वारा सिर्फ डस्ट एवं मेटल मिलाकर जेएसबी किया गया है। साथ ही 40 एमएम से ऊपर के छर्री मेटल से सड़क की ढलाई की जा रही है, जिसके कारण सड़क निर्माण में भारी अनियमितता नजर आ रहा है। विभाग इस मामले को संज्ञान में लेकर त्वरित कार्रवाई करें नहीं तो बाध्य होकर वरीय पदाधिकारियों से शिकायत करेंगे।
ग्रामीण कार्य विभाग के कनीय अभियंता संजीत कुमार ने भी पीसीसी ढलाई में संवेदक द्वारा चिप्स की जगह मेटल के इस्तेमाल करने की बात स्वीकार की है। कनीय अभियंता ने बताया कि निरीक्षण के दौरान सड़क की ढलाई में 20 की जगह 40 एमएम का मेटल लगाया जा रहा था, जिसके बाद संवेदक को काम बंद करने को कहा गया है। बावजूद यदि जबरन मेटल से ढलाई कराया जा रहा है तो संवेदक के विरुद्ध कार्रवाई के लिए वरीय पदाधिकारियों को लिखा जाएगा।
हिन्दुस्थान समाचार/दिलीप
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