नाली निर्माण में जेसीबी का इस्तेमाल, रोका गया कार्य
पलामू, 25 दिसंबर (हि.स.)। जिले के तरहसी प्रखंड के टरिया गांव में 15वीं वित्त मद से नाली निर्माण योजना में जेसीबी का इस्तेमाल करने और बांग्ला ईट का उपयोग करने का मामला सामने आया है। मामला सामने आने पर पंचायत सचिव ममता कुमारी ने निर्माण कार्य पर रोक लगा दी है। मुखिया दीपक पासवान ने जेसीबी इस्तेमाल होने पर भुगतान रोकने की चेतावनी दी है। नाली का निर्माण भाजपा के मंडल संयोजक सामाजिक कार्यकर्ता अनिल सिंह द्वारा किया जा रहा था। नाली निर्माण की प्राक्किलत राशि दो लाख है और करीब 200 फीट निर्माण किया जाना है।
सोमवार को जब मौके पर जाकर देखा गया तो वहां निर्माण कार्य काफी घटिया पाया गया। 12-1 के मसाले से जोड़ाई कार्य चल रहा था और बांग्ला ईट का उपयोग किया जा रहा था। नाली निर्माण के लिए मजदूरों की जगह जेसीबी से गड्ढा खोदने की जानकारी दी गई।
मामले में 15वीं वित्त के जूनियर इंजीनियर प्रदीप कुमार ने कहा कि नाली निर्माण में बांग्ला ईट और जेसीबी का इस्तेमाल नहीं करना है। मामला प्रकाश में आया है जांच कर निर्माण कार्य बंद कर दिया जाएगा। मामले में मुखिया दीपक पासवान ने जेसीबी का इस्तेमाल होने और बांग्ला ईट लगाने पर भुगतान रोकने की बात कही। संडे को काम बंद रहने के बावजूद कार्य किया गया।
इलाके के वार्ड सदस्य ने कहा कि जल्दबाजी में कार्य कराने के लिए जेसीबी का इस्तेमाल गड्ढे खोदने के लिए किया गया। वार्ड सदस्य ने कहा कि इलाके के मजदूर पलायन कर रहे हैं और निर्माण कार्यों में जेसीबी का इस्तेमाल किया जा रहा है यह बड़ा ही दुखद है।
मामले में संवेदक अनिल सिंह ने कहा कि बांग्ला और चिमनी ईट में ज्यादा अंतर नहीं होता है। ईंट की गुणवत्ता देखनी है तो उसे 24 घंटे तक पानी में डालकर रखा जाए, तब उसकी गुणवत्ता समझ में आती है। मेरे द्वारा जो ईंट लगाई जा रही थी, वह गुणवत्तापूर्ण थी। नाली निर्माण के दौरान जड़ निकल गया था, उसे हटाने के लिए जेसीबी का इस्तेमाल किया था।
हिन्दुस्थान समाचार/दिलीप
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