पशु तस्करी के विरोध में विभिन्न संगठनों ने खोला मोर्चा
कठुआ 27 मई (हि.स.)। सोमवार को जिला सचिवालय में विभिन्न संगठनों ने एकत्रित होकर पशु तस्करी पर रोक लगाने के संबंध में जिला उपायुक्त से मुलाकात की। इससे पहले संत समाज के साथ विभिन्न संगठनों ने भगवान श्री परशुराम चौक से लेकर जिला सचिवालय तक रोष मार्च निकाला।
संत समाज सहित विभिन्न संगठनों ने सीधे तौर पर परमिशन देने वाले विभागों और पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि परमिशन की आड़ में पशु तस्करी हो रही है। जिसमें संबंधित विभाग और पुलिस विभाग इनकी मदद कर रहा है। इसी बीच उन्होंने कुछ स्थानीय लोगों पर इस गोरख धंधे में शामिल होने के आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि संबंधित विभाग से विशेष समुदाय के लोग दो या तीन मवेशियों की परमिशन बनाते हैं लेकिन इसकी आड़ में दर्जनों मवेशियों को गाड़ियों, पैदल, एम्बुलेंस जैसे अलग-अलग तरीके अपनाकर इन्हें कश्मीर ले जाया जाता है। उन्होंने कहा कि जो विभाग इन्हें परमिशन दे रहा है और जो भी उनके साथ मिला हुआ है उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। भाजपा नेता प्रेमनाथ डोगरा ने कहा कि गाय हमारी माता है और गाय की पूंछ को पड़कर इस संसार से जाना होता है। लेकिन कुछ हिंदू लोग जो इसमें शामिल हैं उन्हें पाप लगेगा। उन्होंने कहा कि इस संबंध में डीसी कठुआ से बातचीत की गई है। लेकिन सबसे बड़ी समस्या है कि गांव तस्करी को लेकर जो कानून है वह नामात्र है। उन्होंने कहा कि आए दिन पुलिस पशु तस्करी के प्रयासों को विफल कर रही है लेकिन अगले दिन वाहनों को भी छोड़ दिया जाता है और तस्करों को भी छोड़ दिया जाता है मात्र 188 के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई की जाती है जोकि न के बराबर है। सबसे पहले अगर गौ तस्करी के प्रयासों पर अंकुश लगाना है तो उसके लिए सख्त कानून बनाया जाए। संत समाज और हिंदू संगठनों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर पशु तस्करी पर जल्द से जल्द रोक नहीं लगाई गई तो लोग खुद इसपर ठोस कदम उठाऐ गए। जिसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।
हिन्दुस्थान समाचार/सचिन//बलवान
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