वक्फ विधेयक का स्वागत किया, हिंदू मंदिर बोर्ड के गठन का आह्वान

जम्मू, 4 अप्रैल (हि.स.)। हिंदुस्तान शिवसेना के प्रदेश अध्यक्ष विक्रांत कपूर ने संसद के दोनों सदनों द्वारा वक्फ (संशोधन) विधेयक और मुस्लिम वक्फ (उन्मूलन) विधेयक पारित किए जाने की सराहना की है और इसे भारत में सामाजिक-आर्थिक न्याय सुनिश्चित करने की दिशा में एक बड़ा कदम बताया है। जम्मू में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कपूर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ऐतिहासिक और साहसिक निर्णय के लिए बधाई दी, साथ ही हिंदू मंदिरों के व्यवस्थित रखरखाव के लिए हिंदू मंदिर बोर्ड के गठन की वकालत भी की।
विक्रांत कपूर ने इस बात पर जोर दिया कि ये विधायी परिवर्तन वक्फ प्रणाली में लंबे समय से लंबित पारदर्शिता लाएंगे जिससे आम लोगों, खासकर गरीब मुसलमानों के अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित होगी। उन्होंने इस कदम को समावेशी विकास की दिशा में एक मील का पत्थर बताते हुए कहा कि इससे न केवल गरीब मुसलमानों को मदद मिलेगी, बल्कि वक्फ बोर्ड में ओबीसी और पसमांदा समुदायों का प्रतिनिधित्व भी सुनिश्चित होगा। बुधवार को लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पर गहन बहस के बीच 288 सांसदों ने इसके पक्ष में और 232 ने इसके विरोध में मतदान किया। बाद में विधेयक को 128-95 मतों के अंतर से राज्यसभा से पारित कर दिया गया। कपूर ने विधेयक का विरोध करने के लिए विपक्षी दलों की आलोचना की और उन पर राजनीतिक लाभ के लिए मुस्लिम समुदाय को गुमराह करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा विपक्ष को तुष्टिकरण की हदें पार करना बंद कर देना चाहिए।
कपूर ने कहा कि ये विधेयक मुस्लिम विरोधी नहीं हैं जैसा कि कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और एआईएमआईएम सहित कुछ दलों ने आरोप लगाया है बल्कि इनका उद्देश्य मुस्लिम समुदाय के हाशिए पर पड़े वर्गों को सशक्त बनाना है। उन्होंने आगे घोषणा की कि हिंदुस्तान शिवसेना औपचारिक रूप से प्रधानमंत्री मोदी को एक पत्र लिखकर उन्हें बधाई देगी और केंद्र सरकार से मंदिर प्रबंधन में उचित रखरखाव और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए हिंदू मंदिर बोर्ड की स्थापना करने का आग्रह करेगी।
हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा