पीएम विश्वकर्मा योजना पारंपरिक शिल्प में क्रांति ला रही है : पूर्व उपमुख्यमंत्री
जम्मू, 20 दिसंबर (हि.स.)। भारत की पारंपरिक शिल्प की समृद्ध विरासत को फिर से जीवंत करने के लिए, मोदी सरकार द्वारा शुरू की गई पीएम विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य देश भर के कारीगरों को सशक्त बनाकर इस क्षेत्र में क्रांति लाना है। यह बात भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री कविंद्र गुप्ता ने बुधवार को यहां पार्टी मुख्यालय में पीएम विश्वकर्मा योजना पर एक कार्यशाला को संबोधित करते हुए कही। कार्यशाला का आयोजन जम्मू दक्षिण भाजपा की जिला अध्यक्ष रेखा महाजन ने किया।
पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए, वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि पीएम विश्वकर्मा योजना स्थानीय अर्थव्यवस्थाओं को बढ़ावा देने, सदियों पुरानी कलात्मकता और आधुनिक बाजार की मांगों के बीच अंतर को पाटने के लिए बनाई गई है। उन्होंने कहा कि कारीगरों को संसाधनों, प्रशिक्षण और बाजार प्रदर्शन तक बेहतर पहुंच प्रदान करके, यह योजना भारतीय शिल्प कौशल की विविध टेपेस्ट्री में नई जान फूंकने, स्थायी आजीविका सुनिश्चित करने और भविष्य की पीढ़ियों के लिए सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने का वादा करती है।
कविंद्र ने पार्टी कार्यकर्ताओं से जमीनी स्तर पर सक्रिय रहने और अपने-अपने क्षेत्रों में पीएम विश्वकर्मा योजना की आवश्यक विशेषताओं को उजागर करने का आग्रह किया ताकि अधिक से अधिक लोग इस अद्भुत योजना का लाभ उठा सकें। गुप्ता ने पार्टी कैडर से उन वंचित और कमजोर लोगों तक पहुंचने के लिए कहा जो उपरोक्त योजना के तहत पात्र हैं लेकिन अब तक इसका लाभ नहीं उठाया है। इसके अलावा कविंद्र ने यह भी बताया कि बीजेपी 25 दिसंबर को 'सुशासन दिवस' और 26 दिसंबर को चार साहिबजादे का जन्मदिन मनाएगी।
भाजपा जिला अध्यक्ष रेखा महाजन ने अपने संबोधन में प्रधान मंत्री विश्वकर्मा योजना की मुख्य विशेषताओं पर प्रकाश डाला और कहा कि इसमें उम्मीदवारों को सशक्त बनाने की पूरी क्षमता है, चाहे वह महिलाओं या अन्य कारीगरों और शिल्पकारों सहित युवा हों।
हिन्दुस्थान समाचार/ राहुल/बलवान
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