त्यागमूर्ति कश्यप बंडू का निर्वाण दिवस श्रद्धा व सम्मान के साथ मनाया गया
जम्मू, 18 दिसंबर (हि.स.)। महान सामाजिक चिंतक, त्यागमूर्ति एवं नैतिक-आध्यात्मिक मूल्यों के आजीवन संवाहक रहे स्वर्गीय श्री त्यागमूर्ति कश्यप बंडू का निर्वाण दिवस गहरी श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाया गया। इस अवसर पर आयोजित स्मृति कार्यक्रम में समाजसेवी, समुदाय के वरिष्ठ नागरिक तथा उनके विचारों से प्रेरित अनुयायी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ऑल स्टेट कश्मीरी पंडित कॉन्फ्रेंस (रजि.) के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता आर. के. वांगनू ने स्वर्गीय त्यागमूर्ति कश्यप बंडू को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने उनके सादगीपूर्ण जीवन, निस्वार्थ सेवा, सत्यनिष्ठा और मानवता के प्रति समर्पण को याद करते हुए कहा कि वे केवल एक व्यक्ति नहीं, बल्कि मूल्यों की एक जीवंत संस्था थे।
आर. के. वांगनू ने कहा कि करुणा, एकता और धर्मपूर्ण जीवन के जो संदेश स्वर्गीय कश्यप बंडू ने समाज को दिए, वे आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे महान व्यक्तित्व अपने विचारों और समाज द्वारा आगे बढ़ाए गए कार्यों के माध्यम से सदैव जीवित रहते हैं। इस अवसर पर टी. एन. रैना, संजय बक्शी, रविंदर रैना, पी. के. भट्ट, मोती लाल पंडिता, आर. एल. कौल, कमल जी कौल, चुन्नी लाल पंडिता, जे. एल. पंडित सहित अन्य सदस्यों ने भी अपने विचार रखे और समाजिक सौहार्द व नैतिक जागरण में स्वर्गीय त्यागमूर्ति कश्यप बंडू के योगदान को रेखांकित किया।
कार्यक्रम के दौरान पुष्पांजलि अर्पित की गई और दिवंगत आत्मा की चिर शांति के लिए प्रार्थना की गई। उपस्थित लोगों ने उनके बताए मार्ग पर चलने, समाज के उत्थान, साम्प्रदायिक सौहार्द और वंचित वर्गों के कल्याण के लिए कार्य करने का संकल्प लिया। निर्वाण दिवस के इस पावन अवसर पर सभी ने स्वर्गीय त्यागमूर्ति कश्यप बंडू की महान विरासत को दया, ईमानदारी और निस्वार्थ सेवा के माध्यम से जीवित रखने का प्रण दोहराया।
हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा

