राष्ट्र सदैव शहीदों के सर्वोच्च बलिदान के लिए उनका ऋणी रहेगा: रणविजय सिंह
जम्मू, 16 जुलाई (हि.स.)। पूर्व सदर-ए-रियासत डॉ. करण सिंह के पोते रणविजय सिंह ने डोडा जिले में मुठभेड़ के दौरान एक सैन्य अधिकारी सहित पांच सैनिकों की दुखद शहादत पर गहरा दुख व्यक्त किया। सैनिकों ने देश की सीमाओं की रक्षा करते हुए असाधारण साहस और कर्तव्य के प्रति समर्पण का परिचय देते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया।
यहां जारी एक बयान में सिंह ने शहीद सैनिकों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की और उनके अपूरणीय क्षति को स्वीकार किया। उन्होंने पाकिस्तान से उत्पन्न होने वाले आक्रमण और आतंकवाद के ऐसे कृत्यों का केंद्र सरकार द्वारा दृढ़ता से जवाब दिए जाने की आवश्यकता पर बल दिया। मुंहतोड़ जवाब देने का आग्रह करते हुए उन्होंने अपनी संप्रभुता की रक्षा और अपने बहादुर सैनिकों की रक्षा के लिए राष्ट्र के संकल्प को दोहराया।
उन्होंने कहा हमारे सैनिकों के खिलाफ हिंसा का यह कायराना कृत्य निंदनीय है और इसका कड़ा जवाब दिया जाना चाहिए। इन बहादुरों के बलिदान को हमेशा सम्मान के साथ याद किया जाएगा। सिंह ने देश की सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने में सशस्त्र बलों की वीरता और प्रतिबद्धता पर भी प्रकाश डाला। क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने में उनके अथक प्रयासों को स्वीकार किया।
हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा / बलवान सिंह
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