शिवसेना संग संत समाज की हिन्दू धार्मिक यात्राओं के व्यवसायीकरण व सरकारी नियंत्रण से मुक्ति की मांग
जम्मू, 7 अप्रैल (हि.स.)। शिवसेना (यूबीटी) जम्मू-कश्मीर ईकाई प्रमुख मनीश साहनी ने श्री अमरनाथ, माता वैष्णोदेवी देवी समेत देशभर में सरकार द्वारा संचालित हिन्दू धार्मिक यात्राओं के व्यवसायीकरण पर रोक लगाने की मांग की है।
3 जुलाई से शुरू होने वाली वार्षिक श्री अमरनाथ यात्रा पर 150/250 (आनलाईन, आफलाइन) पंजीकरण शुल्क वसूली पर कड़ा ऐतराज जताते हुए कहा कि यात्रा मार्ग व अधार शिवर समेत तमाम लंगर सेवा निजी संगठनों द्वारा की जाती है। बस , घोड़ा, पिट्ठू, टैंट यहां तक कि लाकर रूम में समान रखने के लिए श्रद्धालुओं से पैसा वसूल होता है।
श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड श्रद्धालुओं को आखिर कौन सी ऐसी सुविधा दे रहा है जिसके लिए उसे हर यात्री से 150-250 रुपए पंजीकरण शुल्क लेने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। जम्मू-कश्मीर के केन्द्र शासित प्रदेश बनने से पूर्व पंजीकरण शुल्क मात्र 50 रुपए था वहीं जम्मू-कश्मीर में ही साल के 365 दिन जारी रहने वाली श्री माता वैष्णोदेवी यात्रा पंजीकरण पूरी तरह से निःशुल्क है।
साहनी ने श्राइन बोर्ड से 14 अप्रैल से शुरू हो रहे आनलाईन पंजीकरण समेत तत्काल पंजीकरण को निःशुल्क बनाने के साथ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं व लंगर सेवा देने वालों को टोल छूट जम्मू ठहरने वाले श्रद्धालुओं के लिए निःशुल्क बस सेवा तथा यात्रा अवधि तक हिम शिवलिंग को दर्शनों के लिए सुरक्षित बनाने मांग की है।
हिन्दुस्थान समाचार / रमेश गुप्ता