उमर अब्दुल्ला सरकार जम्मू के खिलाफ भेदभाव को संस्थागत बनाने के लिए खेल का इस्तेमाल करती है - पवन शर्मा

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उमर अब्दुल्ला सरकार जम्मू के खिलाफ भेदभाव को संस्थागत बनाने के लिए खेल का इस्तेमाल करती है - पवन शर्मा


जम्मू, 16 दिसंबर (हि.स.)। 24 में से 20 खिलाड़ी कश्मीर से चुने गए, खेल मंत्री सतीश शर्मा की चुप्पी मिलीभगत के बराबर है। भाजपा जम्मू-कश्मीर के राज्य सचिव पवन शर्मा ने आज उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली सरकार पर संतोष ट्रॉफी के लिए जम्मू-कश्मीर फुटबॉल टीम के चयन में जानबूझकर राजनीतिकरण करने और हेरफेर करने का आरोप लगाया जिससे जम्मू के खिलाफ क्षेत्रीय भेदभाव को संस्थागत बनाया गया।

उन्होंने खेल मंत्री सतीश शर्मा को सीधे तौर पर पूर्वाग्रह और पक्षपात से प्रेरित चयन घोटाले के लिए जिम्मेदार ठहराया। शर्मा ने कहा कि चयन ने वर्तमान सरकार की जम्मू विरोधी मानसिकता को उजागर कर दिया है जो जम्मू को दोयम दर्जे का क्षेत्र मानती है यहां तक ​​कि खेल जैसे क्षेत्रों में भी जिन्हें पूरी तरह से योग्यता-आधारित और अराजनीतिक रहना चाहिए। स्पष्ट असंतुलन पर प्रकाश डालते हुए शर्मा ने खुलासा किया कि अंतिम टीम में 24 में से 20 खिलाड़ियों को कश्मीर से चुना गया है जिससे जम्मू को उसके आकार, जनसंख्या और फुटबॉल में योगदान के बावजूद केवल प्रतीकात्मक प्रतिनिधित्व तक सीमित कर दिया गया है।

शर्मा ने कहा कि यह चयन नहीं है यह डिजाइन द्वारा बहिष्कार है। यह खेल नहीं है, यह युवा करियर पर थोपी गई राजनीति है। उन्होंने जोर देकर कहा कि आंकड़े बिना किसी संदेह के सरकार पर आरोप लगाते हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / रमेश गुप्ता

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