सकीना इत्तू ने जम्मू-कश्मीर में समग्र शिक्षा के विभिन्न हस्तक्षेपों की प्रगति की समीक्षा की
जम्मू 03 फरवरी (हि.स.)। स्वास्थ्य और चिकित्सा, समाज कल्याण और शिक्षा मंत्री सकीना इत्तू ने जम्मू-कश्मीर में समग्र शिक्षा की आगामी कार्य योजना के निर्माण के साथ-साथ विभिन्न हस्तक्षेपों की प्रगति की समीक्षा हेतु नागरिक सचिवालय में एक बैठक की अध्यक्षता की।
बैठक में कई निर्वाचन क्षेत्रों के विधायक, अतिरिक्त मुख्य सचिव, स्कूल शिक्षा विभाग, विशेष सचिव एसईडी, निदेशक स्कूल शिक्षा कश्मीर/जम्मू, परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा, सीईओ और अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक के दौरान सकीना इत्तू ने नीति कार्यान्वयन में अधिक समावेशी और पारदर्शी दृष्टिकोण की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने अधिकारियों से अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में कार्य योजनाओं के निर्माण में निर्वाचित प्रतिनिधियों को शामिल करने पर जोर दिया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि लोक कल्याण की जरूरतों के अनुसार कार्य शुरू किए जाएं।
मंत्री ने कहा जनप्रतिनिधि जमीनी स्तर के मुद्दों की पहचान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। नीति निर्माण में विधायकों को शामिल करने से अधिक व्यावहारिक और प्रभावशाली निर्णय होंगे जिससे शिक्षा क्षेत्र का समग्र विकास सुनिश्चित होगा।
मंत्री ने कहा कि जन प्रतिनिधियों और परियोजना एजेंसी के बीच समन्वय से कार्यों का दोहराव न होना भी सुनिश्चित होगा। बैठक के दौरान मंत्री ने समग्र शिक्षा के तहत विभिन्न शैक्षणिक पहलों की प्रगति का भी आकलन किया। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि इस योजना के तहत हस्तक्षेप से बुनियादी ढांचे की कमी, शिक्षकों की कमी के साथ-साथ ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में उन्नत डिजिटल शिक्षण सुविधाओं की आवश्यकता को पूरा किया जाएगा।
उन्होंने अधिकारियों को चल रही परियोजनाओं को तेजी से पूरा करने और योजनाओं के बेहतर कार्यान्वयन के लिए जवाबदेही तंत्र में सुधार करने का निर्देश दिया। शिक्षा में समानता और पहुंच के महत्व पर जोर देते हुए, सकीना इत्तू ने अधिकारियों से शैक्षिक विभाजन को पाटने के लिए वंचित छात्रों और हाशिए पर रहने वाले समुदायों को प्राथमिकता देने का आग्रह किया। बैठक के दौरान परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा ने समग्र शिक्षा के विभिन्न पहलुओं और हस्तक्षेपों पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी।
हिन्दुस्थान समाचार / मोनिका रानी