जम्मू में विरोध प्रदर्शन, राज्य का दर्जा और विशेष दर्जा बहाल करने की मांग

जम्मू, 7 अप्रैल (हि.स.)। मिशन स्टेटहुड जम्मू कश्मीर के अध्यक्ष सुनील डिंपल ने सोमवार को समर्थकों के साथ जम्मू में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें मांग की गई कि गठबंधन सरकार जम्मू-कश्मीर के राज्य का दर्जा और विशेष दर्जा बहाल करने पर विधानसभा में गंभीर बहस करे। प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए डिंपल ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर विधानसभा में हंगामा करने और जानबूझकर इस मामले पर कोई चर्चा न करने का आरोप लगाया। उन्होंने भाजपा द्वारा उचित समय पर राज्य का दर्जा बहाल करने के बार-बार दावे पर सवाल उठाया और पूछा उचित समय की परिभाषा क्या है?
राज्य का दर्जा बहाल करने के समय के बारे में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के हालिया बयान पर गहरी निराशा व्यक्त करते हुए डिंपल ने मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से दृढ़ और अडिग रुख अपनाने का आग्रह किया। उन्होंने सीएम से विधानसभा में बहस का नेतृत्व करने और भारत सरकार को पहले से सौंपे गए राज्य और विशेष दर्जे पर प्रस्तावों को आगे बढ़ाने का आह्वान किया। अपनी शिकायतों को उजागर करते हुए डिंपल ने कहा कि जम्मू-कश्मीर शराब माफिया और खनन माफिया की भूमि बन गया है और दोनों पर तत्काल प्रतिबंध लगाने का आह्वान किया। उन्होंने केंद्र सरकार पर चुनाव के बाद राज्य का दर्जा बहाल करने के अपने वादे से पीछे हटने का भी आरोप लगाया - कथित तौर पर संसद में की गई प्रतिबद्धता और हाल की कार्रवाइयों से इसका खंडन होता है।
डिंपल ने अनुच्छेद 370 और 35-ए की बहाली की मांग और क्षेत्र की जनसांख्यिकीय पहचान की रक्षा के लिए एकजुट रणनीति बनाने के लिए आने वाले दिनों में जम्मू में एक सर्वदलीय बैठक बुलाने की योजना की भी घोषणा की। उन्होंने आगे मांग की कि इस अप्रैल में दरबार मूव को फिर से बहाल किया जाए और सरकार से विधानसभा में एक विधेयक पारित करने का आग्रह किया, जिसमें सभी निवासियों को 200 यूनिट मुफ्त बिजली, 12 मुफ्त एलपीजी सिलेंडर और दोगुना राशन प्रदान किया जाए। अधिक मुखर स्वर में, डिंपल ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके), गिलगित और बाल्टिस्तान को आजाद कराने की भी मांग की और उन्हें जम्मू-कश्मीर में शामिल करने की मांग की।
हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा