कथा वाचक ने श्री कृष्ण की महिमा का किया बखान
जम्मू, 6 मई (हि.स.)। श्रीमद्भागवत कथा के तीसरे दिन कथा व्यास जोगेंद्र जी महाराज ने द्रौपदी चीर हरण तथा राजा परीक्षित की कथा सुनाकर श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया। गंग्याल के परशुराम मंदिर में ब्राह्मण सभा द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा में महाराज ने बताया कि राजा परीक्षित ने गर्भ में ही श्रीमद्भागवत कथा सुनी थी। बताया कि राजा परीक्षित का जन्म हुआ और उनके जन्म के बाद जैसे ही उन्होंने भगवान श्री कृष्ण को देखा तो प्रसन्न हो उठे थे।
उन्होंने महाभारत में द्रौपदी के चीर हरण में भगवान श्री कृष्ण की महिमा का बखान करते हुए कहा कि कौरव तथा पांडव के बीच जुए का खेल हुआ। जिसमें पांडव हार गए थे। तब कौरवों द्वारा द्रौपदी का चीर हरण किया गया। द्रौपदी ने भगवान श्रीकृष्ण का स्मरण किया। भगवान श्री कृष्ण द्रौपदी के वस्त्र बनकर खड़े हो गए। इस प्रकार भगवान श्री कृष्ण ने द्रौपदी की इज्जत बचाई।
उन्होंने कहा कि सच्चे मन से भगवान का स्मरण करने से आई हुई विपत्ति दूर हो जाती है। जो लोग भगवान का स्मरण करते हैं और अपने गुरु के बताए मार्ग पर चलते है, भगवान उनके सारे कष्ट हर लेते है। उन्होंने कहा कि हमे हमारे बच्चों को अपने धर्म के प्रति जागरूक करना चाहिये ओर जिस जगह भी धार्मिक कार्यक्रम हो उस जगह सह परिवार जाएं। ब्राह्मण सभा के चेयरमैन केके शर्मा, संयोजक सतीश शर्मा, अध्यक्ष ओम प्रकाश शर्मा, गौतम शर्मा, रमेश शर्मा, दिनेश शर्मा दीन दयाल ,जय पाल , सत पाल समेत कई गणमान्य लोग कथा सुनने पहुंचे।
हिन्दुस्थान समाचार/राहुल/बलवान
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।