जनता ने अनुच्छेद 370 को हटाने का समर्थन किया; नेकां के दोहरे मापदंड उजागर: भाजपा
जम्मू, 17 अप्रैल (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर में विभिन्न राजनीतिक दलों सहित अधिकांश लोगों ने अनुच्छेद 370 को हटाने का खुले तौर पर या निजी तौर पर समर्थन किया है, यह बात जम्मू-कश्मीर भाजपा के मुख्य प्रवक्ता एडवोकेट सुनील सेठी ने कही। उन्होंने जम्मू के त्रिकुटा नगर स्थित भाजपा मुख्यालय में पार्टी प्रवक्ता अरुण गुप्ता और मीडिया प्रभारी डॉ. प्रदीप महोत्रा के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह बात कही।
सेठी ने नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) पर जम्मू-कश्मीर के लोगों को गुमराह करने के लिए दोहरी नीति अपनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा नेकां नेताओं ने अनुच्छेद 370 पर अपना रुख समय, स्थान और सुविधा के आधार पर चुना है जिसमें निरंतरता या जनता के विश्वास का कोई सम्मान नहीं है। हाल ही में रॉ के पूर्व अधिकारी ए.एस. दुलत ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला अनुच्छेद 370 को हटाने के खिलाफ नहीं थे। सेठी ने कहा कि इस खुलासे ने जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक परिदृश्य में हलचल मचा दी है और एक बार फिर क्षेत्रीय राजनीतिक दलों, खासकर एनसी के दोगलेपन को उजागर कर दिया है। सेठी ने कहा ये दल वोट बैंक को बनाए रखने के लिए सार्वजनिक रूप से इस निरस्तीकरण का विरोध करते हैं लेकिन निजी तौर पर जानते हैं कि अनुच्छेद 370 जम्मू-कश्मीर की प्रगति और शांति में बाधा था।
उन्होंने कहा कि दुलत द्वारा साझा किए गए तथ्यों को स्वीकार करने के बजाय एनसी जवाबी हमला करने और अपना चेहरा बचाने की कोशिश कर रही है। अरुण गुप्ता ने एनसी के दोहरे मानदंडों की भी आलोचना की और कहा कि लोग सच्चाई और पारदर्शिता के लिए अपने नेताओं की ओर देखते हैं। उन्होंने कहा सार्वजनिक हस्तियों को कथनी और करनी दोनों में जवाबदेह होना चाहिए। इस पाखंड से केवल जनता का विश्वास खत्म होता है और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को नुकसान पहुंचता है। गुप्ता ने आगे कहा कि एनसी ने जनता की जवाबदेही को नजरअंदाज करते हुए जम्मू-कश्मीर को अपनी निजी जागीर मानकर काम किया। उन्होंने कहा कि हालिया खुलासे एनसी की अवसरवादी राजनीति के बारे में भाजपा के लंबे समय से चले आ रहे रुख से मेल खाते हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा

