केसरी ने राजौरी मुठभेड़ में शहीद हुए सेना के जवानों को श्रद्धांजलि दी
जम्मू, 23 नवंबर (हि.स.)। शिव सेना हिंदुस्तान जम्मू-कश्मीर के अध्यक्ष पंडित राजेश केसरी ने राजौरी जिले के धर्मसाल के बाजीमल इलाके में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में ड्यूटी के दौरान शहीद हुए दो अधिकारियों सहित चार सैन्य कर्मियों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। जिन्होंने राष्ट्र की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा के लिए आतंकवादियों से लड़ते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया। केसरी ने एक संदेश में कहा, ऋणी राष्ट्र योद्धाओं की वीरता को सलाम करता है।
आतंकवादी घटनाओं की निंदा करते हुए केसरी ने कहा कि सभ्य समाज में आतंकी हिंसा का कोई स्थान नहीं है। समय आ गया है कि उन आतंकवादियों से सख्ती से निपटा जाए, जिन्होंने ऋषियों और सूफियों की हमारी भूमि पर आतंक का शासन कायम कर रखा है। उन्होंने कहा कि चुनौती से निपटने के लिए एकजुट लड़ाई जरूरी हो गई है, ऐसा न हो कि आतंक का राक्षस समावेशी समाज के अस्तित्व को खा जाए। उन्होंने शहीद कर्मियों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और शोक संतप्त परिवारों के साथ एकजुटता व्यक्त की।
वीरवार को जम्मू में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए केसरी ने कहा, लगभग 30 वर्षों तक, लगभग सभी धार्मिक संप्रदायों के शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व की इस भूमि को हमारे पड़ोसी देश द्वारा राज्य प्रायोजित आतंकवाद के कारण नुकसान उठाना पड़ा। आज का जम्मू-कश्मीर हड़तालों, अलगाववाद या पथराव की भूमि नहीं है, बल्कि यह शांति और समृद्धि की भूमि बन गई है, जिसे पाकिस्तान के लिए पचाना मुश्किल है। राजौरी में हालिया मुठभेड़ एक और गोलीबारी की घटना के ठीक बाद हुई है। 17 नवंबर को बुद्धल इलाके में बेहरोट में एक आतंकवादी मारा गया था। इससे पहले 20 अप्रैल और 5 मई को क्रमशः पुंछ के मेंढर इलाके और राजौरी के कंडी जंगल में घात लगाकर किए गए हमलों में 10 सैनिकों की जान चली गई थी।
हिन्दुस्थान समाचार/राहुल/बलवान
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