एसएमवीडीयू ने फ्लोटिंग सोलर पीवी और भूस्खलन पर विशेषज्ञ व्याख्यान का आयोजन किया
जम्मू, 26 अक्टूबर (हि.स.)। सिविल इंजीनियरिंग स्कूल, श्री माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय (एसएमवीडीयू) ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप अंतःविषय अध्ययन को बढ़ावा देने के लिए 'फ्लोटिंग सोलर पीवी' और 'लैंडस्लाइड्स' पर विशेषज्ञ व्याख्यान का आयोजन किया, जिससे छात्रों को सिविल इंजीनियरिंग की पारंपरिक सीमाओं से परे अन्वेषण करने के लिए प्रोत्साहित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत स्कूल ऑफ सिविल इंजीनियरिंग (एसओसीई) के प्रमुख डॉ. वी.के. डोगरा के उद्घाटन भाषण के साथ हुई।
इसी बीच हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के विशेषज्ञ डॉ. मनीष कुमार ने फ्लोटिंग सोलर पीवी सिस्टम का समर्थन करने वाले फ्रेम के लिए नई प्रौद्योगिकियों में अनुसंधान और विकास को आगे बढ़ाने में सिविल इंजीनियरों के महत्व पर उत्साहपूर्वक चर्चा की। उन्होंने दर्शकों को सौर पीवी विकास में नवीनतम रुझानों से परिचित कराया, और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों के दोहन में फ्लोटिंग सौर समाधान की क्षमता पर प्रकाश डाला। नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में सिविल इंजीनियरिंग की भूमिका पर जोर देते हुए डॉ. कुमार की प्रस्तुति शैक्षिक और प्रेरणादायक दोनों थी।
इसके बाद, अन्य विशेषज्ञ, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय, शिमला से डॉ. महेश शर्मा ने भूस्खलन पर बात की। उन्होंने न केवल भूस्खलन के पीछे के कारणों और तंत्रों को स्पष्ट किया, बल्कि शमन तकनीकों पर बहुमूल्य अंतर्दृष्टि भी साझा की। विषय के महत्व को समझाने के लिए, डॉ. शर्मा ने हिमाचल प्रदेश में हाल ही में हुए भूस्खलन के कई केस अध्ययन प्रस्तुत किए, जो इन प्राकृतिक आपदाओं के वास्तविक दुनिया के परिणामों को दर्शाते हैं। उनकी व्यापक प्रस्तुति ने दर्शकों को भूस्खलन से जुड़े संभावित खतरों और निवारक उपायों के बारे में जागरूक किया।
हिन्दुस्थान समाचार/राहुल/बलवान
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