जम्मू सभाग के चार जिलों में विभिन्न स्थानों पर छापेमारी के दाैरान कई ओवर ग्राउंड वर्कर्स और आतंकी संदिग्धों की हुई गिरफ्तारी
जम्मू, 26 नवंबर (हि.स.)। पुलिस ने प्रतिबंधित संगठनों जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) और लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) से जुड़े आतंकवादी नेटवर्क पर बड़े पैमाने पर कार्रवाई की है। इस दौरान जम्मू सभाग के चार जिलों में विभिन्न स्थानों पर 56 छापे मारे गए और तलाशी ली गई है। बड़े पैमाने पर किए गए ऑपरेशन के परिणामस्वरूप कई ओवर ग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) और आतंकी संदिग्धों की गिरफ्तारी हुई है और साथ ही इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों, दस्तावेजों, बेहिसाब नकदी, हथियारों और गोला-बारूद सहित आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई है।
जम्मू जोन के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) आनंद जैन ने कहा कि छापे के दौरान एकत्र की गई सामग्री और सूचनाओं के आधार पर जांच जारी रहेगी। क्षेत्र में शांति को बाधित करने का प्रयास करने वाले किसी भी शेष तत्व को लक्षित करने के लिए आगे के ऑपरेशन की योजना बनाई गई है। उन्होंने कहा कि कार्रवाई में आतंकी नेटवर्क को निशाना बनाया गया और जम्मू क्षेत्र में 56 छापे मारे गए और तलाशी ली गई।
पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि अभियानों का उद्देश्य रसद प्रबंधन, भर्ती और हथियारों, गोला-बारूद और धन की आवाजाही को सुविधाजनक बनाकर आतंकवादी संगठनों का समर्थन करने में शामिल ओजीडब्ल्यू और अन्य आतंकवादी संदिग्धों की पहचान करना, उनका पता लगाना और उन्हें पकड़ना था। मंगलवार को विशेष खुफिया सूचनाओं के आधार पर राजौरी जिले में आवासीय घरों और ठिकानों सहित कई स्थानों पर तलाशी ली गई। प्रवक्ता ने कहा कि जिले में दरहाल, कालाकोट, मंजाकोट और धर्मसाल क्षेत्रों सहित नौ स्थानों पर तलाशी ली गई। पुंछ जिले के विभिन्न स्थानों सुरनकोट, मंडी, पुंछ, मेंढर और गुरसाई में बारह स्थानों पर तलाशी ली गई व छापे मारे गए।
उन्होंने कहा कि ये अभियान 2013 में थानामंडी पुलिस स्टेशन और इस साल राजौरी पुलिस स्टेशन में दर्ज दो अलग-अलग आतंकी मामलों की जांच का हिस्सा हैं। उन्होंने कहा कि मामले सीमावर्ती जिले में सक्रिय एक आतंकवादी नेटवर्क से जुड़े हैं और जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर जैसे प्रतिबंधित संगठनों से जुड़े हैं जो आतंकवाद से संबंधित गतिविधियों को शुरू करने, व्यवस्थित करने और निष्पादित करने के लिए ओजीडब्ल्यू को सक्रिय करने की कोशिश कर रहे हैं।
इसी तरहं उधमपुर जिले में पुलिस ने बसंतगढ़ क्षेत्र में 25 स्थानों पर व्यापक तलाशी ली जिनमें राय चक, चाका, कदवाह, मोरहा, कुंड, खानेड, पोनारा, लौधरा और सांग शामिल हैं। उन्होंने बताया कि रियासी जिले के विभिन्न स्थानों पौनी, गुलाबगढ़, अरनास, पनासा और माहौर-चासाना में 10 से अधिक स्थानाें पर छापे मारे गए। ये छापे बसंतगढ़ पुलिस स्टेशन में दर्ज एक आतंकी मामले से जुड़ी जांच का हिस्सा थे। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि इस कार्रवाई के कारण दो दिनों तक चली कार्रवाई के दौरान कई ओजीडब्ल्यू और आतंकी संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने कहा कि तलाशी के दौरान इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, दस्तावेज, बेहिसाब नकदी, हथियार और गोला-बारूद सहित आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई। निर्दाेष नागरिकों को किसी भी तरह की क्षति या असुविधा से बचने के लिए अभियान सावधानीपूर्वक चलाया गया।
कार्रवाई पर टिप्पणी करते हुए एडीजीपी ने कहा कि छापेमारी के दौरान एकत्र की गई सामग्री और जानकारी के आधार पर जांच जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में शांति को बाधित करने का प्रयास करने वाले किसी भी शेष तत्व को लक्षित करने के लिए आगे के अभियानों की योजना बनाई गई है। जैन ने नागरिकों से अपने आस-पास किसी भी संदिग्ध गतिविधि या व्यक्तियों की रिपोर्ट करने और आतंकवाद के खिलाफ सामूहिक प्रयासों को मजबूत करने में सुरक्षाबलों की सहायता करने का आग्रह किया। एडीजीपी ने जोर दिया कि पुलिस आतंकी मॉड्यूल को खत्म करने के लिए खुफिया-आधारित अभियान चलाना जारी रखेगी।
हिन्दुस्थान समाचार / बलवान सिंह
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